प्रतापगढ़। मानपुरा गांव में सात दिवसीय रामकथा के आयोजन के अंतिम दिन साध्वी रितु पाण्डेय ने कथा सुन रहे लोगों से कहा कि रामकथा सुनने से मन का राग, द्वेष, ईर्ष्या और भेदभाव स्वतः ही समाप्त हो जाता है. कथा सुनने के लिए आसपास के गांवों से सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचे। यह मन को शांत करता है और हिंसक भावनाओं को रोकता है। राम नाम की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि राम का नाम अमूल्य है, यदि पापी भी राम का नाम लेता है तो उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। मन की एकाग्रता और ध्यान से हर कार्य में सफलता मिलती है। ईश्वर का अवतरण सदैव धर्म की रक्षा के लिए हुआ है। रामायण हमें समाज के मूल्यों, अच्छे और बुरे की पहचान सिखाती है। यह बात साध्वी रितु पांडेय ने कहीं। भक्ति से ही ईश्वर को प्राप्त किया जा सकता है। मानपुरा गांव में चल रही श्री राम कथा के अंतिम दिन मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।