पालिका की उदासीनता: गरीब और मध्यम वर्ग के आशियाने का सपना एक साल बाद भी अधूरा
लाखेरी: शहर में राज्य सरकार की कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय के पास स्वीकृत हुई जन आवास योजना पालिका की उदासीनता के चलते अभी तक शुरू नही हो पाई है। जिससे गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को अपने घर के सपने के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा। इस आवास योजना के तहत गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए मल्टीस्टोरी बननी है लेकिन अब तक निर्माण का कार्य तक शुरु नहीं किया गया है। एक साल पहले पालिका ने पूरे विधि-विधान से योजना का शिलान्यास किया था। शिलान्यास के एक साल बाद भी साइट पर एक भी ईंट नही लगी है जिससे आवेदन कर चुके लोग स्वयं को ठगा सा महसूस कर रहे है। इस एक साल में ना तो पालिका ने इसके लिए कोई बैठक बुलाई और ना ही योजना का सही तरीके से प्रचार-प्रसार किया। साथ ही वित्तीय बाधा इसमें सबसे बड़ा कारण सामने आई है जिससे बिल्डर भी इसमें रुचि नही ले रहा। बिल्डर को करीब 50 लाख रुपए गारंटी के रूप में जमा कराने थे मगर कम आवेदन आने से वो भी पीछे हट गया है। जन आवास योजना की जो लोकेशन है। वहां पास में कोटा-दौसा मेगा हाईवे, कस्तूरबा गांधी आवासी विद्यालय और पुलिस थाना है। साथ ही शहर के बिल्कुल नजदीक है मगर फिर भी अपेक्षा से कम आवेदन भी चिंता का विषय है पालिका ने शिलान्यास के समय योजना का बड़ा प्रचार किया मगर उसके बाद से आज तक लोगों को इस योजना के प्रति प्रेरित नही किया। राजेंद्र सैनी का कहना है कि जन आवास योजना के तहत अपने सपने के घर का एक साल से इंतजार कर रहे है। लेकिन अब तक पालिका ने घर तैयार नहीं करवाए है। पालिका प्रशासन को जल्द ही आवास का निर्माण कराना चाहिए । मोहनलाल गुर्जर ने बताया कि पालिका में कई बार अपने आवास के लिए चक्कर लगाए लेकिन संतोषप्रद जवाब नहीं मिल पा रहा है।
1346 आवास के लिए 70 आवेदन
योजना के शिलान्यास से अब तक केवल 300 फॉर्म की बिक्री हुई है और पॉलिका में 70 आवेदन जमा हुए है जबकि कुल 1346 आवास बनने है। गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए मल्टीस्टोरी बननी है जिसमे ईडब्लूएस के लिए 2 लाख 70 हजार और मध्यम वर्ग के लिए 6 लाख 54 हजार रुपये देने है।
इनका कहना है:
बिल्डर से बात हो गयी है वो अब काम शुरू करने को तैयार है। पालिका भी जल्दी ही लोगों से आवेदन शुरू करवाएगी और हमारा प्रयास है कि जल्दी से जल्दी काम शुरू हो ताकि लोगों के आवास का सपना पूरा हो सके।
-मोतीशंकर नागर, ईओ नगर पालिका,लाखेरी
जन आवास योजना की लोकेशन पहाड़ी के करीब है। जो सही नही है। शायद इसी वजह से लोगों ने आवेदन कम किये है। इसकी जगह जमीन नए पुलिस उपाधीक्षक कार्यालय के पास या अन्य जगह होती तो लोग रुचि ज्यादा लेते।
- महावीर गोयल पूर्व पालिकाध्यक्ष, लाखेरी