Pali: बोर्न हेल्दी कार्यक्रम ,चिकित्सा अधिकारियों की आमुखीकरण कार्यशाला आयोजित

Update: 2024-07-29 12:54 GMT
Pali पाली: बोर्न हेल्दी कार्यक्रम को लेकर सोमवार को पाली मुख्यालय पर जिले के चिकित्सा अधिकारियों की एक दिवसीय आमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। गर्भवतियों के लिए प्रसव पूर्व जांच की गुणवत्ता बढ़ाने के उद्देश्य से सहयोगी संस्था जपाईगो की ओर से आयोजित कार्यशाला की अध्यक्षता सीएमएचओ डॉ विकास मारवाल ने की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सुरक्षित प्रसव, सुरक्षित माता और सुरक्षित शिशु, इसी लक्ष्य के पीछे मूल मंत्र के रूप में मौजूद है गुणवत्तापूर्ण एएनसी जांच। पूरे गर्भकाल में एक गर्भवती की कम से कम चार बार एएनसी जांच की जाती है, जिसमें हीमोग्लोबिन, बीपी, पेट की जांच, वजन, ऊंचाई, एचआईवी, सिफलिस, सोनोग्राफी इत्यादि कई
आवश्यक जांचे की जाती है।
उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण एएनसी एक सतत प्रक्रिया है जिसमें प्रतिदिन आमुखीकरण, सुधार के प्रयास और मॉनिटरिंग की आवश्यकता है। यह जरूरी है कि प्रत्येक एएनसी का एक निश्चित क्रम अनुसार प्रोटोकॉल तय हो और बिना चूक के प्रत्येक जांच की जाए। सीएमएचओ डॉ मारवाल ने कहा कि प्रसव पूर्व जांचों में होने वाली प्रत्येक जांच महत्वपूर्ण है। इसका एहसास एएनएम तक होना आवश्यक है। क्योंकि किसी एक भी जांच का अभाव किसी मातृ मृत्यु या शिशु मृत्यु का कारण बन सकता है। उन्होंने प्रत्येक 9, 18 व 27 तारीख को आयोजित होने वाले प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान तथा एमसीएचएन दिवस पर प्रत्येक गर्भवती को श्रेष्ठ एएनसी सेवाएं देने के निर्देश दिए। आरसीएचओ डॉ श्रीराम यादव ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के समस्त कार्यों के मूल में मातृ मृत्यु व शिशु मृत्यु को कम करना ही है। नोडल अधिकारी डॉ वीरेंद्र चौधरी ने मातृ मृत्यु नियंत्रण के लिए एनीमिया नियंत्रण की महता प्रतिपादित की। जपाईगो के प्रोजेक्ट ऑफिसर डॉ राकेश वेनीवाल ने मातृ शिशु स्वास्थ्य में राज्य की तुलना में जिले के आंकड़ों का प्रस्तुतीकरण किया साथ ही प्रसव वॉच में इंद्राज की आवश्यकता जताई। जपाईगो के प्रोजेक्ट ऑफिसर डॉ सीमा कुरमी ने बताया कि कुल मातृ मृत्यु में से 35ः तो एएनसी के दौरान ही हो जाती है जिसे गुणवत्तापूर्ण प्रसव पूर्व जांच सेवा देकर आसानी से रोका जा सकता है। बैठक में प्रत्येक गर्भवती को शत प्रतिशत गुणवत्तापूर्ण चार एएनसी जांच सुविधा देने का संकल्प लिया गया। आयोजन सहयोग जपाइगो के कार्यक्रम समन्वयक महेंद्र कुमार वर्मा, डीपीएम भवानी सिंह, डीपीओ जितेन्द्र परमार, डीपीसी रामप्रकाश गढ़वाल, नंदलाल शर्मा, कुलदीप गोस्वामी, विवेक कुमार पाल सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी, बीसीएमओ, बीपीओ, बीएचएस, चिकित्सा अधिकारी तथा नर्सिंग अधिकारी मौजूद रहे।
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