मातृभाषा और संस्कृति से जुड़कर ही हमारी पहचान कायम रह पायेगी

Update: 2023-07-20 13:21 GMT

अलवर: अलवर झूलेलाल मंदिर खैरथल, पूज्य सिन्धी पंचायत खैरथल एवं झूलेलाल सेवा मंडल खैरथल के संयुक्त तत्वावधान में 25 अगस्त तक आनंद नगर कॉलोनी स्थित झूलेलाल मंदिर में आयोजित इष्टदेव झूलेलाल भगवान के चालीहा महोत्सव में आईपीएस ओएसडी सुरेंद्र सिंह ने पहुंचकर झूलेलाल भगवान की प्रतिमा एवं अखंड ज्योत के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान ओएसडी सुरेंद्र सिंह ने कहा की मातृभाषा व संस्कृति से जुड़े रहने पर हम अपनी जड़ों से जुड़े रहते हैं। इस तरह के आयोजन से समाज की एकता एवं अखंडता बनी रहती है।

इससे पूर्व ओएसडी सिंह के झूलेलाल मंदिर में पहली बार पहुंचने पर पूज्य सिंधी पंचायत खैरथल अध्यक्ष मुखी मनोहरलाल रोघा के नेतृत्व में पूज्य सिंधी पंचायत अलवर जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश रोघा, झूलेलाल मंदिर व्यवस्थापक अर्जुनदास बाबानी, महेश आड़तानी, गोसेवक जेबी मंघाराम आदि ने ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया। जिलाध्यक्ष रोघा ने ओएसडी को मंदिर में चल रहे चालीहा महोत्सव की जानकारी देते हुए मंदिर में भगवान झूलेलाल सहित सभी देवी-देवताओं की प्रतिमाओं एवं झूलेलाल भगवान की अखण्ड ज्योत के दर्शन कराएं। कार्यक्रम के दौरान बाबा शीतलदास लालवानी ने ओएसडी एवं डॉ. अनुराग शर्मा का शॉल ओढ़ाकर, स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस दौरान झूलेलाल सेवा मंडल के बिस्तियों बाबा दयालदास प्रदनानी, मन्नू मंघवानी, नारू रोघा, तुलसीदास भूरानी, धर्मदास तलरेजा, मदी प्रदनानी, राजा मंगलानी, चतर ज्ञानवानी, देवीदास भगत, किशोर माखीजा आदि मौजूद रहे। सभी ने झूलेलाल भगवान के भजनों का आनंद प्राप्त किया। शाम 7 बजे आरती एवं पल्लव के बाद समाज की सिंधी बहनों व माताओं की ओर से अलग-अलग तरह का प्रसाद खुद बनाकर झूलेलाल भगवान को लगाए गए भोग प्रसाद को ग्रहण किया।

100 लोगों की नि:शुल्क जांच कर चश्मे किए वितरित

समीपवर्ती गांव अजबगढ़ में जयपुर रग्स फाउंडेशन और विजंस्प्रिंग के तत्वावधान में आयोजित नेत्र जांच शिविर में 100 लोगों की नि:शुल्क आंखों की जांच की गई। नेत्र जांच शिविर में मरीजों की नि:शुल्क जांच कर दवाइयां दी गई। चश्मे वितरित किए। नेत्र शिविर में विजंस्प्रिंग से डॉ. अंकित, डॉ. मधुर और डॉ. अजय व वरुण कुमार के साथ जयपुर रग्स फाउंडेशन से शाखा प्रमुख जस्सू, प्रोजेक्ट हैड अर्जुन सिंह राठौर, हरीश कुमार, गजानन्द, पप्पू राम छावडी अजबगढ़ आदि ने ग्रामीणों को सेवा दी।

Tags:    

Similar News

-->