जयपुर: महानिदेशक पुलिस उमेश मिश्रा ने पुलिस मुख्यालय के सभागार में गत वर्ष की पुलिस की उपलब्धियों, कार्यो, नवाचार, योजनाओं का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि राज्य में जनता के सम्मान, जीवन एवं सम्पत्ति की सुरक्षा करना और जवाबदेह, पारदर्शी व संवेदनशील पुलिस-प्रशासन प्रदान करना हमारा लक्ष्य है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए साईबर अपराधी, मादक पदार्थ, अवैध हथियारों से जुड़े पेशेवर एवं आदतन अपराधियों तथा भू-माफियाओं पर कड़ी निगरानी एवं कठोर कानूनी कार्यवाही करना, हमारी प्राथमिकताओं में शामिल है। साथ ही विशेषकर महिलाओं, बच्चों, कमजोर वर्गों की सुरक्षा एवं उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान करने के लिए थानों में जन- केन्द्रित सुविधाओं, स्वागत कक्ष का विकास एवं जन सुनवाई के लिए निश्चित समय की व्यवस्था की गई।
डीजीपी मिश्रा ने कहा कि चुनौतियों का सामना करने के लिए जहां एक ओर पुलिसकर्मियों के तकनीकी कार्य- दक्षता में अभिवृद्धि के प्रयास किये जा रहे है वही दूसरी ओर उनके कल्याण के लिए साप्ताहिक अवकाश की व्यवस्था प्रारम्भ की गई है। वर्ष 2022 में कोविड महामारी की चुनौतियों से उभरते प्रदेश में पुलिस ने दोहरी भूमिका निभाते हुये संवेदनशीलता से आमजन में सकारात्मक पहचान बनाने के साथ ही अपराधियों की आंसूचना एवं प्रो-एक्टिव पुलिसिंग के माध्यम से अपराधियों पर शिकंजा कसा है। चाहे उदयपुर मे कन्हैयालाल की हत्या एवं उससे जुड़ी कानून व्यवस्था हो या जावर माईन्स के औड़ा गांव रेल्वे लाईन को अज्ञात अपराधी तत्वों द्वारा विस्फोटक से क्षति ग्रस्त करने की सनसनीखेज घटना हो या बीमा राशि के लालच मे षडयन्त्रपूर्वक दुर्घटना का रूप देकर अपनी पत्नी साले की हत्या करने का गंभीर मामला हो या फिर राजू ठेठ की हत्या का मामला हो, पुलिस ने त्वरित कार्रवाही करते हुए मामलों का शीघ्र खुलासा किया एवं आरोपियों की गिरफ्तारी की है।