किशंगनज न्यूज़: किशनगंज वन रेंज क्षेत्र कार्यालय से महज कुछ किलोमीटर दूर ही काकरदा रोड के पास खनन का कारोबार और दबंग अतिक्रमियों द्वारा सैकड़ों बीघा चारागाह भूमि पर अतिक्रमण का खेल खुलेआम हो रहा है। क्षेत्र में हर जगह खनन और अतिक्रमण का बोलबाला है। अतिक्रमियों के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही नही होने ने हर जगह दबंग अतिक्रमियों के हौसले बुलंद है। वही आमजन व जंगली जानवरों के लिए खतरा बनता जा रहा है। दबंग खनन कर्ताओं ने वन विभाग की भूमि के पास निजी खान पर खनन कर वन भूमि से बेखौफ कच्ची ग्रेवल सड़क बनाकर खनन से भरे डंपर दिन-रात फरार्टे भर रहे हैं लेकिन प्रशासन मूकदर्शक बनकर देख रहा है।
डंपरों के गुजरने से सड़क क्षतिग्रस्त: क्षेत्र के काकड़दा रोड पर हो रहे खनन के कारण दिन रात सैकड़ों ट्रक डंपर खनन से भरकर गुजरने से नेशनल हाईवे 27 से काकड़दा मार्ग की सड़क क्षतिग्रस्त हो चुका है। जिससे क्षेत्रवासियों में रोष व्याप्त है। क्षेत्र वासियों का कहना है कि खनन के कारण रोज भारी वाहनों के गुजरने से काकड़दा,बजरंगगढ़ सहित कई गांव को जोड़ने वाली सड़क क्षतिग्रस्त होने एवं भारी वाहनों के गुजरने से रात्रि के समय संपर्क सड़क पर दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है।
अतिकर्मियों ने की सरसों की बुवाई:
किशनगंज वन रेंज क्षेत्र में हर जगह वनभूमि पर वन विभाग की अनदेखी के चलते रेंज कार्यालय के समीप ही सैकड़ों बीघा जमीन पर दबंग अधिकारियों ने कब्जा कर सरसों की फसल की बुवाई कर दी, लेकिन वन विभाग कार्यवाही करने में दिलचस्पी नही दिखा रहा है। वन विभाग के अधिकारियों को कई बार ग्रामीणों ने अवगत कराया लेकिन वन विभाग के आला अधिकारी आंखें मूंद कर बैठे हुए हैं।
क्षेत्र के काकड़दा रोड पर वन भूमि पर अतिक्रमण होनी की जानकारी मिली है। मौका स्थिति देखकर अतिक्रर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- भूपेंद्र सिंह हाडा, क्षेत्रीय वन अधिकारी, किशनगंज।