बांडी नदी को एक तरफ प्रशासन रिवंर फ्रंड की तरह विकसित करने की तैयारियों में जुटा
पाली। एक तरफ प्रशासन बांदी नदी को रिवरफ्रंट की तरह विकसित करने की तैयारी में जुटा है। वहीं दूसरी ओर रात के अंधेरे में गोदई जाव से कचरे से भरे डंपर को खाली कर बांडी नदी को प्रदूषित किया जा रहा है. नगर परिषद के नेता प्रतिपक्ष की शिकायत पर पुलिस ने रात में ही मौके पर पहुंचकर डंपर को जब्त कर जांच शुरू कर दी है. दरअसल मामला मंगलवार रात का है। शहर के गोदई जाव से कचरे से भरे डंपर को पाली में बांडी नदी में खाली कराया जा रहा था. इसकी सूचना मिलने पर नगर परिषद में नेता प्रतिपक्ष हाकिम भाई व कांग्रेस के कुछ नेता मौके पर पहुंचे. उन्होंने नदी में कचरा फेंकने पर रोक लगा दी। चालक नहीं माना तो उसने कोतवाली थाने में फोन कर सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने डंपर को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
पूछताछ में चालक ने पुलिस को गोदाई जाव से कचरा लाने की बात कही। एनजीटी सख्त है कि पाली की बांदी नदी किसी भी सूरत में प्रदूषित न हो, लेकिन उसके अधिकारियों की उदासीनता के चलते उसके आदेशों की अनदेखी की जा रही है. आलम यह है कि एसडीएम का तबादला कर दिया गया है। ऐसे में टास्क फोर्स निष्क्रिय है। वहीं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भी इसकी अनदेखी कर रहा है। जिलाधिकारी ने ऐसे वाहनों को रोकने की जिम्मेदारी आरटीओ को दी है लेकिन वे यहां हाईवे पर पेट्रोलिंग करने तक नहीं आते हैं। ऐसे में रात के समय कूड़ा करकट से लेकर कारखानों के कचरे तक चोरी-छिपे बांदी नदी में बहाया जा रहा है।