अधिकारी रिश्वत लेते गिरफ्तार, भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी की तीसरी कार्रवाई
टोंक। में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो टोंक (एसीबी) की टीम ने सोमवार को एक सप्ताह में भ्रष्टाचार के खिलाफ तीसरी बड़ी कार्रवाई की है। एसीबी जिले में मालपुरा पंचायत समिति के कलमंडा और पचेवर ग्राम पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी धर्मराज सैनी को एक मामले में 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
ब्यूरो के महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने बताया कि परिवादी ने एसीबी की टोंक इकाई को शिकायत दी कि प्रधानमंत्री आवास योजना में दूसरी किश्त जारी करने की एवज में ग्राम विकास अधिकारी धर्मराज सैनी 20 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहे हैं।
एएसपी राजेश आर्य ने बताया कि मालपुरा उपखंड के एक परिवादी ने टोंक एसीबी में शिकायत करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना में दूसरी किस्त जारी करने के लिए कलमंडा और पचेवर ग्राम पंचायत का ग्राम विकास अधिकारी धर्मराज सैनी 20 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा है। एसीबी ने शिकायत का सत्यापन कराया।
इस दौरान रिश्वत मांगने की बात सही होने पर आज ट्रैप की कार्रवाई की। इस दौरान ग्राम विकास अधिकारी धर्मराज सैनी 15 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। एसीबी की टीम आरोपी के आवास और अन्य ठिकानों पर सर्च आपरेशन कर रही है।
12 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा गए था रीडर
इससे पहले शुक्रवार को एसीबी की टीम ने टोंक जिले में न्यायालय राजस्व अपील अधिकारी के वरिष्ठ सहायक (रीडर) लक्ष्मीनारायण को परिवादी की पैतृक संपत्ति के संबंध में चल रहे वाद में मदद करने की एवज में 12 हजार रुपए की रिश्वत राशि लेते गिरफ्तार किया था।
रिश्वत लेते ट्रैप किया था रीडर
इससे पहले पिछले सोमवार को एसीबी की टीम ने ट्रैप की कार्यवाही करते हुए टोंक जिले के निवाई उप पंजीयक कार्यालय के वरिष्ठ सहायक कमलेश मीणा को 11500 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। आरोपी रीडर दो मकान की रजिस्ट्री करवाने के ऐवज में परिवादी से 15 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा था। जिस पर एसीबी की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।.
न्यूज़ क्रेडिट: sachbedhadak