नागौर। नागौर जिले में पिछले 32 दिनों से नर्सिंग स्टाफ धरना दे रहा है। शनिवार को 33वें दिन भी विरोध जारी रहा। नर्सेज की ओर से पिछले 19 दिनों से सुबह दो घंटे कार्य का बहिष्कार भी किया जा रहा है। जिला और उप जिला अस्पताल स्तर पर यह धरना सुबह 8 से 10 बजे तक दिया जा रहा है। इसमें इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर सभी कार्यों का बहिष्कार किया जा रहा है। नर्सेज की ओर से 11 सूत्री मांगें रखी गई हैं। इनमें कैडर रिव्यू, अलग से नर्सिंग निदेशालय, संविदा प्रथा बंद करने, नोसनल लाभ , एलएचवी /एएएनएम का पदनाम बदलाव, नर्सिंग भर्ती 2023 पूर्ण करने सहित अन्य मांगों के समर्थन में 32 दिन से सांकेतिक धरना चल रहा है।
जिले के सबसे बड़े अस्पताल जवाहरलाल नेहरू हॉस्पिटल में 11 सूत्री मांगों को लेकर नर्सेज का धरना चल रहा है। ऐसे में शनिवार सुबह कार्य बहिष्कार कर के दौरान धरना स्थल पर नर्सेज भक्ति मय माहौल नजर आया। नर्सेज सीनियर नर्सिंग ऑफिसर संतोष सोनी के नेतृत्व में बालाजी महाराज का सुंदरकांड और हनुमान चालीसा के पाठ पढ़े गए। ताकि सरकार को एक पॉजिटिव संदेश देने की कोशिश की जा सके। मान जाओ सरकार अन्यथा हमारे कार्य बहिष्कार और हड़ताल की वजह से कहीं मरीजों को तकलीफ नहीं हो। नर्सेज अपने कार्य के दौरान 24 घंटे सातों दिन मरीजों के बीच में रहकर उनकी तकलीफों को समझती है दूर करती है लेकिन पिछले 33 दिन से सांकेतिक धरना प्रदर्शन और 1 अगस्त से कार्य बहिष्कार होने की वजह से 2 घंटे नर्सेज मरीज के काम नहीं कर रही है। ऐसे में भगवान का भजन गाकर अपने 11 सूत्री मांगों को संदेश को सरकार तक पहुंचाने की कवायद की गई।