नर्सों ने मानदेय बढ़ाने और दवा लिखने का अधिकार देने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया
दवा लिखने का अधिकार देने की मांग को लेकर प्रदर्शन
दौसा। दौसा लालसोट में राजस्थान नर्सेज संघर्ष समिति शाखा की ओर से मुख्यमंत्री और चिकित्सा मंत्री के नाम जिला हॉस्पिटल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को 11 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा गया। जिसमें गांधी वादी आंदोलन की शुरुआत करने की चेतावनी दी। इस मांग पत्र में नर्सेज की प्रमुख मांगे संविदा सेवाकाल से नियमित हुए कार्मिकों को नोशनल लाभ देते हुए सेवा को नियमित सेवा में जोड़ने, सीएचए की सेवा बहाली, केंद्र के समान वेतनमान, दवा लिखने का अधिकार, समयबद्ध पदोन्नति, नर्सेज का अलग निदेशालय, नर्सेज का केडर पुनर्गठन, संविदा, निविदा, यूटीबी, एनएचएम नर्सेज का मानदेय 37,800 करवाना, नर्सेज भर्ती प्रक्रिया अतिशीघ्र करवाना, भर्ती प्रक्रिया में एनएम के 2200 पद, नर्सिंग आफिसर के 3800 पद जुड़वाना, एएनएम एलएचवी संघ से राज्य सरकार की वार्ता को धरातल पर क्रियान्वित करवाना, स्पष्ट जॉब चार्ट जारी करवाना आदि शामिल हैं।
ज्ञापन देने में जिला चिकित्सालय लालसोट से जिला संयोजक हरिसिंह कसाना, ब्लॉक अध्यक्ष प्रकाश चंद मीना, नर्सिंग अधीक्षक मदन शर्मा, नंदकुमार गुप्ता, राजेश सैनी, सत्यप्रकाश, जगदेव सिंह कसाना, रूप सिंह कहर ,विष्णु सोनी, सतेंद्र शर्मा, उमेश मीना, प्रदीप कुमार, संगीता शर्मा, नीरू मीना, कमला, फूलवती, हेमलता, पुष्पलता सरोज, सुशीला कुमारी सहित कई नर्सिंग अधिकारी उपस्थित रहे।
ईआरसीपी मुद्दे को लेकर 27 को करेंगे जयपुर कूच
ईआरसीपी मुद्दे को लेकर संयुक्त मोर्चा टीम के कार्यकर्ताओं की बैठक गढ दुब्बी में आयोजित हुई। बैठक में सर्वसम्मति से ईआरसीपी में छूटे हुए बांधों को योजना में शामिल किए जाने की मांग को लेकर 27 जुलाई को जयपुर पैदल कूच कर मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने का निर्णय किया गया। बैठक में ईआरसीपी के प्रदेश महा सचिव पवन भजाक ने कहा कि ईआरसीपी के मुद्दे को लेकर गांव गांव ढाणी ढाणी में जन जागरण अभियान चलाया जा रहा हेै। योजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा मिले तथा छूटे हुए बांधों को योजना में शामिल किया जाए। इसके लिए टीम के कार्यकर्ताओं सहित आम जन को एकजुट होना होगा। उन्होंने बताया कि 27 जुलाई को जयपुर पैदल कूच कर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा।