उदयपुर: एमपीयूएटी के नवीकरणीय ऊर्जा अभियांत्रिकी विभाग के शोधार्थियों ने लघु एवं सीमांत किसानों के लिए पोर्टेबल बायोचार इकाई का निर्माण किया है। इससे घर बैठे कार्बनिक खाद तैयार की जा सकेगी। इससे मिट्टी की उपजाऊ क्षमता बढ़ती है। केंद्र से इस डिजाइन काे पेटेंट भी मिल गया है। विवि के शोधार्थी मगाराम पटेल, दिव्यांग कुमार एवं प्रणय लांजेकर इसकाे निर्माण को लेकर 1 साल से रिसर्च कर रहे थे।
इसमें एक बार में 20 से 25 किलोग्राम कृषि अवशेष डालकर 12 किलो बायोचार बना सकते हैं। इसकी बाजार कीमत 70 रुपए प्रति किलो तक है। पहिए लगे होने के कारण इस इकाई को आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा सकता है। विवि की ओर से अब इस डिजाइन काे कृषि विज्ञान केंद्राें पर रखा जाएगा। इसके साथ इन्हें कस्टम हायरिंग सेंटरों पर भी रखा जाएगा। जहां से किसान इसे किराए पर भी ले जा सकेंगे।