कोटा: कोटा विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे अब ग्रामीण भी अपनी मांगों को लेकर लामबंद होने लगे हैं। विधानसभा पीपल्दा क्षेत्र में कई जगह विकास की मांग को लेकर ग्रामीण चुनाव बहिष्कार की घोषणा कर चुके हैं। इटावा उपखंड क्षेत्र के नोनेरा गांव में सड़क निर्माण व दीगोद उपखंड क्षेत्र के सुल्तानपुर में खाड़ी पर पुलिया बनाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार की घोषणा की है। नोनेरा के ग्रामीणों ने ग्रामीणों ने "सड़क नहीं तो वोट नहीं’ के बैनर हाथ में लेकर चुनाव बहिष्कार की घोषणा की है।
ग्रामीणों ने बताया कि नोनेरा गांव के ग्रामीण पिछले पांच साल से सड़क बनाने की मांग कर रहे हैं। अभी तक रोड का निर्माण नहीं हुआ है, जबकि पीडब्ल्यूडी द्वारा टेंडर भी जारी कर दिए गए हैं। पिछले एक साल से तो बहुत ही परेशानी हो रही है। गर्भवती महिला व बुजुर्गों को अस्पताल ले जाने में काफी परेशानी होती है। ऐसे में अगर सड़क नही बनी तो हम मतदान नहीं करेंगे। सुल्तानपुर में भी कर चुके हैं मतदान नहीं करने की घोषणा सुल्तानपुर में भी खाड़ी पर पुलिया बनाने की मांग को लेकर पूर्व में ही नगरवासी चुनाव बहिष्कार करने की घोषणा कर चुके हैं। मोहल्लेवासी मोहरचंद्र पहाड़िया व हरिओम मेघवाल का कहना है कि विधानसभा चुनाव 2018 से पहले हमसे वादा किया गया था कि खाड़ी पर पुलिया बना देंगे, लेकिन साढ़े चार साल बीत जाने के बाद भी पुलिया नहीं बनी। इसलिए हम इस बार मतदान नहीं करेंगे।
दरगाह कनवास हजरत सूफी बाबा अब्दुल गफूर शाह नक्शबन्दी का 16वां उर्स 10 को
कोटा साम्प्रदायिक सौहार्द के प्रतीक बाबा हजरत सूफी अब्दुल गफूर का 16वां उर्स 10 अगस्त को कनवास के गद्दीनशीन हाजी हाफिज सूफी अब्दुल हकीम (बाबा साहब) के जैरे सरपस्ती में मनाया जाएगा। सभी धर्मों को ध्यान में रखते हुए शाकाहारी प्रसादी का आयोजन रखा गया है। उर्स के पोस्टर का विमोचन बुधवार को सूफी अब्दुल हकीम ने किया। कार्यक्रम समिति के सदर अब्दुल आसिफ खान ने बताया कि उर्स के दौरान सुबह 11 बजे कुरआन ख्वानी और बाद नमाज जोहर मेहफिल व मिलाद का प्रोग्राम रखा गया है। बाद नमाजे असर फातिहा लंगर का आयोजन किया जाएगा। नमाज के बाद 7 बजे जुलूस के रूप मे चादर शरीफ पेश करेंगे। आयोजन समिति के सदर व कोहीनूर पब्लिसिटी के निदेशक अब्दुल आसिफ खान, लियाकत अली (मिस्त्री) भीमपुरा, जाकिर, शरिफ खान, अजहररुद्दीन पठान, गुड्डू वारसी, महमूद, कलाम, शाहिद मेव भीमपुरा, इमरान बाबा आदि कार्यक्रम की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। आसिफ खान ने बताया कि बाबा साहब का उद्देश्य साम्प्रदायिक सद्भाव, भाईचारा अमन शांति के पैगाम का सन्देश देना है। यहां सभी धर्म के लोग आते हैैं।