शहर में न टूटी सड़कों की मरम्मत, न भरे रहे गड्ढे, न जिम्मेदारों का ध्यान
करौली। करौली शहरी की छोटी-मोटी गलियों और बाजारों में लम्बे असरे से जर्जरहाल सड़कों और गड्ढों का जख्म अब हाइवे, प्रमुख रास्तों और चौराहों तक पहुंच गया है। शहर से होकर गुजर रहे एनएच 23 की हालत तो कुछ माह से गांवों की टूटी सड़कों जैसी हो गई है। जिस पर कई जगह गहरे गड्ढे बन गए हैं। वहीं गुलाब बाग की सड़कों की हालत भी लंबे समय से खस्ता है। शहर की सड़कों पर चलना लोगों के लिए अब सुगम नहीं रहा। पता नहीं कोई कब गड्ढे में गिर पड़े या फिर जर्जर सड़कों पर ठोकर खाकर चोटिल हो जाए। दुर्घटना का बन रहे सबब शहर में पुरानी सब्जी मंडी, पुरानी नगर पालिका के पास, स्टेडियम के पास हाइवे सहित कई ऐसी जगह हैं, जहां गहरे गडढ़े हैं।
जहां से 24 घंटे पैदल राहगीरों व वाहन चालकों की आवाजाही बनी रहती है। लेकिन इन गड्ढों को नहीं भरवाने से हादसे को न्योता दे रहे हैं। कुछ जगहों पर नालियों पर फेरोकवर भी नहीं होने से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। कई बार विभागीय अधिकारियों व प्रशासन को अवगत कराने के बाद भी हालत ठीक नहीं हुई है। बरसात के बाद हुई स्थिति खराब मानसून आने के बाद सड़कों की हालत अधिक खराब हुई है। क्योंकि बरसात से पहले गड्ढों और टूटी सड़कों पर मिट्टी जमी हुई थी। जिससे वह दिखाई नहीं देते थे, लेकिन बरसात से मिट्टी बह जाने से गड्ढ़े गहरे हो गए और सड़के क्षतिग्रस्त भी अधिक हुई है। कहीं कहीं तो बीच सड़कों पर टूटी जगहों पर गहरी नालियों जैसी स्थिति नजर आती है। लोगों का कहना है कि यदि शीघ्र ही पेचवर्क नहीं कराया गया तो सड़कों की हालत और खराब होगी।