बाड़मेर में खेत में मिली नवजात बच्ची, लोगों में फैली सनसनी
लोगों में फैली सनसनी
बाड़मेर, बाड़मेर खेत में काम कर रही महिलाओं ने नवजात के रोने की आवाज सुनी। महिला जब मौके पर पहुंची तो एक नवजात बाजरे की फसल के बीच में पड़ा हुआ था। उसके पूरे शरीर पर कीड़े रेंग रहे थे। यहां तक कि नाक, कान और आंखों की भी सुरक्षा नहीं की गई। महिलाओं ने तुरंत उसे उठाया और पुलिस को सूचना दी। उसका बाड़मेर जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। मामला बाड़मेर जिले के ग्राम सेडवा कटारिया का है. एएसआई अचलाराम के मुताबिक सोमवार सुबह करीब 11 बजे सेडवा के कार्तिया गांव के खेत में कुछ महिलाएं काम कर रही थीं. बाजरा बगल के खेतों में उगाया जाता है। उनमें से एक ने नवजात के रोने की आवाज सुनी। 7-8 फीट लंबी खड़ी फसलों के बीच बच्चे को ढूंढना आसान नहीं था। सभी महिलाओं ने खेत में प्रवेश किया और नवजात को देखा।
कालू सिंह के खेत में एक नवजात लावारिस हालत में रोता मिला। उस पर कीड़े रेंग रहे थे। उसका पूरा शरीर कीड़ों से ढका हुआ था। महिलाओं ने किसी तरह उसे बाहर निकाला। उसी समय पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस टीम नवजात बेटे को लेकर सेडवा अस्पताल पहुंची। वहां प्राथमिक उपचार के बाद बच्चे को बाड़मेर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। सेडवा सीएचसी डॉक्टर ओपी सैनी ने बताया कि नवजात को सीएचसी लाया गया। नवजात के पूरे शरीर में कीड़े थे। डॉक्टरों की टीम ने कीड़ों को बाहर निकाला है। ऐसा लगता है कि उनका जन्म 2 से 3 दिन पहले हुआ था। फिलहाल बच्चे का स्वास्थ्य ठीक है। बेहतर इलाज के लिए उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। बच्चे का वजन 1.860 है। गर्भ में नवजात की उम्र करीब साढ़े आठ माह है।