जोधपुर न्यूज़: भारतीय सेना की गतिविधियों की जानकारी के लिए पाकिस्तान अब महिला एजेंटों की मदद ले रहा है। इसके जरिए वह भारत में हनी ट्रैप बिछा रहे हैं। ऐसे में अब राजस्थान से सटे सीमावर्ती इलाकों में नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है। हाल ही में रविवार रात स्टेट इंटेलिजेंस टीम ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के शक में सोमवार सुबह तक डिवीजन में छापेमारी की और चार लोगों को हिरासत में लिया। इनमें जयपुर के जयसिंहपुरा क्षेत्र के कुलदीप सिंह शेखावत जेतारण के बांजाकुड़ी में शराब के ठेके से पकड़ा गया, जो वहां सेल्समैन था। उसने खुद को सिपाही बताते हुए मीडिया पर आईडी बना ली थी। जैसलमेर से गिरफ्तार आरोपी रतन सिंह राजपूत पोहड़ा गांव में सोलर कंपनी में ड्राइवर है। तीसरे संदिग्ध जोधपुर के शेरगढ़ निवासी महेंद्र सिंह राजपूत को भी हिरासत में लिया गया है। एसआई की टीम ने जैसलमेर के पोकरण के भाणियाना गांव निवासी माजिद खान को भी गिरफ्तार किया है, जो डेयरी चलाता है। वह पोकरण मिलिट्री एरिया में भी दूध सप्लाई करता था। मिलिट्री इंटेलिजेंस से इनपुट मिला था कि आईएसआई की एक महिला एजेंट ने चारों को हनी ट्रैप में फंसाया था। उनके नाम से जारी किए गए मोबाइल सिम का इस्तेमाल पीआईओ यानी पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव के मॉड्यूल में एक महिला जासूस एजेंट करती है।
अब वे सीमा से सटे नागरिकों को निशाना बना रहे हैं: सूत्रों ने बताया कि आईएसआई और मिलट्री इंटेलिजेंस ने पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव यानी पीआईओ माॅड्यूल ने मीडिया के माध्यम से भारतीय सेना के जवानों काे फांसने के लिए सबसे पहले भारत के सिविलयन काे टारगेट करते हैं। पीआईओ ने पाक में कॉलेज गर्ल्स, सेक्स वर्कर काे हनी ट्रैप में फंसाने की ट्रेनिंग दे रखी है। इनके नाम से मोबाइल सिम लेकर ओटीपी मांग कर उन नंबर का इस्तेमाल मीडिया आईडी में करते हैं, ताकि भारत की खुफिया विभाग की नजर से बच सके।