नागपंचमी आज, रक्षाबंधन 31 को, सात को मनाई जाएगी जन्माष्टमी

Update: 2023-08-21 10:15 GMT
राजसमंद। राजसमंद आराध्य प्रभु श्रीनाथजी की नगरी में सोमवार को नागपंचमी का त्योहार उत्साह के साथ मनाया जाएगा। जबकि, भाई-बहिन के प्रेम का त्योहार रक्षाबंधन आगामी 31 अगस्त को मनाया जाएगा। श्रीजी प्रभु की नगरी में नागपंचमी पर नागदेवता के मंदिरों पर विशेष सेवा पूजन किया जाएगा। कई मंदिरों में सायंकाल विशेष सेवा पूूजन के साथ प्रसाद का वितरण भी किया जाएगा। सावन मास के अन्तर्गत आने वाली पवित्रा एकादशी का त्योहार आगामी 27 अगस्त को मनाया जाएगा। इस अवसर पर श्रीजी बावा को प्रात: शृंगार की झांकी में पवित्रा धराए जाएंगे। इस अवसर पर कई श्रद्धालु भी अपनी ओर से ठाकुरजी में पवित्रा की सेवा भेंट एकादशी के पूर्व मंदिर में पधराते हैं एवं कई श्रद्धालु यहां पर भिजवाते भी हैं। अगले दिन 28 अगस्त को गुरुजनों को पवित्रा धराये जाते हैं।
जन्माष्टमी 7 को श्रीनाथजी मंदिर में दीपावली होली आदि त्योहार के साथ विशेष रूप से मनाए जाने वाले जन्माष्टमी के त्योहार को इस बार आगामी 7 सितंबर को एवं नंद महोत्सव 8 सितंबर को मनाया जाएगा। जन्माष्टमी के अवसर पर श्रीजी बावा को मंगला की झांकी के समय पंचामृत स्नान कराया जाएगा। वहीं इस दिन श्रीजी बावा को अलौकिक श्रृंगार भी धराया जाएगा। रात्रि को 12 बजे प्रभु के जन्म होने की खुशी में शहर के रिसाला चौक में दो तोपों से 21 बार गोले दागे जाएंगे। बकि, अगले दिन 8 सितंबर को ठाकुरजी के जन्मदिन की खुशी में नंदमहोत्सव मनेगा। प्रभु के सावन मास के चलते हिंडोलना के दर्शन आगामी 3 सितंबर को छैले हिंडोलना में निधि स्वरूप के झूलने के बाद ये दर्शन विराम ले लेंगे। सावन मास की समाप्ति तो 31 अगस्त को हो जाएगी,परंतु हिंडोलना विजय प्रतिवर्ष शुभ मुहूर्त में होता है, जिसके चलते हिंडोलना विजय इस बार आगामी 3 सितंबर को होगा। त्योहारों की श्रृंखला में सातुड़ी तीज यानि कज्जली तीज का त्योहार आगामी 3 सितंबर को मनाया जाएगा। इस दिन महिलाएं व्रत रखकर पूजन करेंगी और गेहूं, चावल, बेसन आदि के आटे से सातु के लड्डू बनाकर भोग धराएंगी।
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