नागौर । नाबार्ड एवं एकल जन सेवा संस्थान की ओर से थांवला गांव में 'अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस' के उपलक्ष में 'महिला सम्मान कार्यक्रम' का आयोजन किया गया। इस उपलक्ष में भेरूंदा ब्लॉक के 8 गांव की 250 महिलाओं ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि नाबार्ड -डीडीएम मोहित चौधरी द्वारा द्वीप प्रज्वलन कर किया गया। कार्यकम के दौरान डीडीएम नाबार्ड मोहित चौधरी ने बताया कि महिलाएं दुनियां की आधी आबादी का हिस्सा हैं और वे किसी भी मामले में पुरुषों से कम नहीं हैं। समाज की प्रगति में जितना बड़ा योगदान पुरुषों का है, उतना ही महिलाओं का भी है, लेकिन फिर भी तमाम जगहों पर आज भी महिलाओं को पुरुषों के समान अवसर और सम्मान नहीं मिल पाता। आज भी बराबरी के हक के लिए उन्हें कई मोर्चों पर लड़ना पड़ता है। उन्होंने कहा कि महिलाओ को समान अधिकार, समान अवसर तथा समान स्वतंत्रता का पूर्ण अधिकार है।
इस अवसर पर एकल जन सेवा संस्थान के संस्था सचिव बालू सिंह ने बताया कि नाबार्ड के सहयोग से चलाए जा रहे 'सूक्ष्म उधम विकास कार्यक्रम' और 'आजीविका उधम विकास कार्यक्रम' के द्वारा भेरुंदा ब्लॉक में स्वयं सहायता समूहों से जुडी हुई 120 महिलाओ को 'एक्सपोर्ट स्टिचिंग' और 'स्लिपर मेकिंग' का प्रशिक्षण दिया गया, ताकि महिलाओं को रोजगार से जोड़ा जा सके। उन्होंने राजीविका द्वारा स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं के सशक्तिकरण में निभाई जा रही भूमिका से भी अवगत करवाया। कार्यक्रम में भेरुंदा, गोल, आलनियावास, मोरियाना, थांवला, जसवंतपुरा और रावत खेड़ा की महिलाओ ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि प्रशिक्षण के बाद वे रोजगार से जुड़ी है और स्वावंलम्बी होकर अपनी आर्थिक स्थति को मजबूत किया है।
इस कार्यक्रम में राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक से पहुंचे क्षेत्रीय प्रबंधक अनिल अग्रवाल ने महिलाओ का उत्साहवर्धन करते हुए महिलाओं को रोजगार से जुड़कर बेहतर कार्य करने व बाहरी फाइनेंस कंपनी से ज्यादा ब्याज पर लोन लेने की बजाए बैंक से ऋण लेकर अपने कार्य को बेहतर करते हुए महिलाओ को रोजगार में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।