अजमेर: दो करोड़ रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार एसओजी की एएसपी दिव्या मित्तल को लेकर जयपुर से भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम बुधवार दोपहर फिर अजमेर पहुंची। एसडीआरएफ के गोताखोरों ने ढाई घंटे तक रामप्रसाद घाट के किनारे आनासागर झील में दिव्या के मोबाइल की तलाश की, लेकिन असफलता हाथ लगी। मोबाइल की तलाश गुरुवार को भी जारी रह सकती है।
एसीबी ने मंगलवार को उसे अजमेर की एसीबी अदालत में पेश किया। जहां से उसे तीन दिन के रिमांड पर सौंप दिया गया। जांच के दौरान दिव्या मित्तल के चालक बहादुर सिंह ने एसीबी के जांच अधिकारी को बताया कि रविवार देर रात दिव्या उदयपुर से लौटी थी। उसने बहादुर सिंह को बुलाया। बहादुर सिंह उसे लेकर रामप्रसाद घाट पहुंचा। यहां दिव्या वाहन से उतर कर रामप्रसाद घाट पर गई। दिव्या ने उसके दो मोबाइल व कुछ सामान झील में फेंक दिया।
ड्राइवर ने बताया कहा फेंका सामान: एसीबी के एएसपी पुष्पेन्द्र सिंह व उपअधीक्षक मांगीलाल चौधरी दिव्या को लेकर रामप्रसाद घाट पहुंचे। यहां चालक बहादुर सिंह भी मौजूद था। बहादुर ने एसीबी के अधिकारियों को वह जगह बताई, जहां से दिव्या ने मोबाइल व अन्य सामान झील में फेंका था।
नहीं मिली सफलता: एसडीआरएफ के गोताखोरों ने दोपहर लगभग साढ़े तीन बजे झील में मोबाइल व अन्य सामान की तलाश शुरू की। इस दौरान दिव्या एसीबी के कार्मिकों के साथ एक कार में बैठी रही। शाम छह बजे तक गोताखोर झील में तलाश कर रहते रहे, लेकिन उन्हें कुछ हाथ नहीं लगा।