अलवर। जयपुर एसीबी की टीम ने शुक्रवार देर रात अलवर में रिश्वतखोरों पर बड़ी कार्रवाई की है। एसीबी ने थानागाजी विधायक कांति मीणा के दोनों बेटे लोकेश और कृष्णकांत, राजगढ़ प्रधान भंवरी देवी का बेटा जयप्रताप सिंह और राजगढ़ बीडीओ नेतराम मीणा को गिरफ्तार किया है। एसीबी के अनुसार ट्यूबवेल खुदाई के 14 लाख रुपए के बिल पास करने की ऐवज में इन लोगों ने पांच लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। जिस पर जयपुर-अलवर में विभिन्न जगहों पर एक साथ कार्यवाही करते हुए राजगढ़ बीडीओ नेतराम मीणा, लोकेश मीणा, कृष्णकांत मीणा एवं जयप्रताप सिंह को परिवादी से 5 लाख रुपए रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार किया है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने बताया कि एसीबी की विशेष अनुसंधान इकाई, जयपुर को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि उसकी फर्म द्वारा पं.स. राजगढ़ क्षेत्र में ट्यूबवेल खुदाई के किए गये कार्यों के बकाया 14 लाख के बिलों के भुगतान करवाने में कमीशन के रूप में मध्यस्थ लोकेश मीणा एवं जयप्रताप सिंह द्वारा नेतराम ब्लाक विकास अधिकारी, पं.स. राजगढ़ जिला अलवर के नाम पर परिवादी से 9 लाख रुपये रिश्वत राशि मांग कर परेशान किया जा रहा है।
जिस पर एसीबी, जयपुर के उपमहानिरीक्षक पुलिस सवाई सिंह गोदारा के सुपरवीजन में एसीबी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बजरंग सिंह शेखावत ने शिकायत का सत्यापन किया और उप अधीक्षक पुलिस परमेश्वर लाल एवं एसीबी की विभिन्न टीम द्वारा जयपुर-अलवर में एक साथ ट्रेप कार्यवाही करते हुये आरोपी लोकेश मीणा के कहने पर जयपुर में बडे भाई कृष्णकान्त मीणा को परिवादी से 5 लाख रुपये की रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
प्रकरण में एसीबी की तीन अलग-अलग टीमों द्वारा आरोपी नेतराम ब्लाक विकास अधिकारी, पं.स. राजगढ मध्यस्थ लोकेश मीणा एवं जयप्रताप सिंह को भी गिरफ्तार किया है। उल्लेखनीय है कि शिकायत के सत्यापन के दौरान आरोपी जयप्रताप सिंह द्वारा परिवादी से रिश्वत के रूप में 20 हजार रुपये वसूल कर लिये गये थे। एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस दिनेश एम.एन. के निर्देशन में आरोपियों से पूछताछ जारी है। एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा।
बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्वीट कर राजस्थान की गहलोत सरकार पर तीखा हमला बोला है। पूनिया ने ट्वीट किया कि कांग्रेस सरकार के शासन में राजस्थान भ्रष्टाचार की राजधानी बन गया है। गहलोत की भ्रष्टाचार के विरूद्ध Zero Tolerance नीति यह है कि कुर्सी के लिए सब जायज है, बस कुर्सी बची रहे।
न्यूज़ क्रेडिट : sachbedhadak