राजस्थान के युवाओं को रोजगार में नम्बर वन बनाना गहलोत सरकार का मिशन 2030

Update: 2023-04-22 14:49 GMT

अजमेर: कौशल, नियोजन एवं उद्यमिता विभाग द्वारा चंद्रवरदाई खेल स्टेडियम में आयोजित किए गए दो दिवसीय संभाग स्तरीय मेगा जॉब फेयर के समापन समारोह में शुक्रवार को चयनित आशार्थियों को नियुक्ति पत्र बांटने और युवाओं में आत्मविश्वास भरने आए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि देश के समक्ष आज महंगाई और बेरोजगारी दो प्रमुख चुनौतियां हैं। इनसे निपटने के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य में फिट रहकर ही हर समस्या का समाधान निकाला जा सकता है। राजस्थान सरकार का प्रयास है कि मिशन 2030 यानी आगामी सात साल में प्रदेश के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने में नम्बर वन बना दिया जाए। इसके लिए योजना बनाकर तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। मेगा जॉब फेयर भी उसी योजना का हिस्सा है।

उन्होंने कहा, अब तो आबादी की दृष्टि से हिन्दुस्तान दुनिया का सबसे बड़ा मुल्क बन चुका है। सरकारी नौकरियां सीमित हैं। प्रदेश में प्राइवेट सेक्टर में युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए 11 लाख करोड़ के एमओयू साइन किए गए हैं। मेरे लिए युवाओं को रोजगार देने वाले ये मेगा जॉब फेयर कितने महत्वपूर्ण हैं, इसी से अंदाजा लगा लो कि अब तक पांचों संभाग स्तरीय जॉब फेयर में मैं जरूर गया हूं। यहां प्रतिभा की कोई कमी नहीं हैं, बस उसे ढूंढकर निकालने की आवश्यकता है और जॉब फेयर वही प्रतिभा खोज हैं। आज राज्य में आईआईटी, आईआईएम, आईआईआईटी, एम्स जैसी 94 तकनीकी शिक्षण संस्थाएं हैं, 303 नए कॉलेज खोले गए हैं, इनमें से 30 गर्ल्स कॉलेज हैं। युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्किल डवलपमेंट के लिए नि:शुल्क कोचिंग भी शुरू किए जा रहे हैं।

आरयूएचएस में पोस्ट कोविड रिसर्च सेंटर

गहलोत ने कहा कि स्वास्थ्य की दृष्टि से लोगों को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास जारी हैं। चिरंजीवी जैसी योजना वरदान साबित हो रही हैं। अब जयपुर के आरयूएचएस में पोस्ट कोविड रिसर्च सेंटर बनाया जा रहा है।

मैं बचपन से सोशल वर्कर, तभी आज मुख्यमंत्री हूं

उन्होंने युवाओं में नई ऊर्जा और जोश फूंकते हुए कहा कि प्रत्येक युवा को ऐसे जॉब फेयर में आवश्यक रूप से हिस्सा लेना चाहिए और इसके लिए उन्हें सोशल वर्कर होने की आवश्यकता हैं। मैं खुद बचपन में सोशल वर्कर था, उसी का नतीजा है कि आज तीसरी बार मुख्यमंत्री हूं।

इस बार पडेÞगी प्रचण्ड गर्मी, पूरा बचाव करें

उन्होंने जॉब फेयर व सरकार की ऐसी ही अन्य योजनाओं का लाभ उठाने के लिए आमजन विशेषकर युवाओं को भाग लेने की अपील की। साथ ही ये भी कहा कि इस बार दुनियाभर में क्लामेंट्स रिपोर्ट के अनुसार प्रचण्ड गर्मी और लू के थपेड़े चलेंगे। जो इतिहास में पहले कभी नहीं पड़ी। ऐसे में अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए ही काम करें।

राजस्थान का युवा अब बेरोजगारी से नहीं जूझेगा

कौशल, नियोजन एवं उद्यमिता विभाग के मंत्री अशोक चांदना ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार ने युवाओं को ध्यान में रखते हुए रोजगार की विभिन्न योजनाएं तैयार की हैं। अब राजस्थान का युवा बेरोजगारी से नहीं जूझेगा। आज से पहले ऐसे जॉब फेयर की किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। अब बड़ी संख्या में युवा शक्ति को रोजगार उपलब्ध हो रहा है। उन्होंने युवाओं से कहा कि आप परेशान मत हो, शिक्षा ग्रहण करो, रोजगार हम देेंगे। अब तक अजमेर सहित पांच संभागीय मेगा जॉब फेयर में 2.20 लाख पंजीयन कराने वालों में से 21 हजार से ज्यादा युवाओं को नौकरियां दी गई हैं। इसी सरकार में 100 मेगा जॉब फेयर और लगाए जाएंगे। ग्रामीण अंचल के विद्यार्थियों की स्किल डवलप करवाई जाएगी, जिसमें टॉकिंग, बिहेविंग और पर्सनलिटी डवलपमेंट पर भी उसे तैयार किया जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री के नेतृत्व में विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाएं गिनाते हुए प्रदेश की जनता का दुख-दर्द बांटने और विकास की गंगा बहाने वाली सरकार बताया। इसके लिए उन्होंने युवा शक्ति से भी नारेबाजी कर हामी भरवाई।

मुख्यमंत्री गहलोत ही नौजवानों के सच्चे हमदर्द

आरटीडीसी के अध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ही प्रदेश के नौजवानों के सच्चे हमदर्द हैं। अब तक एक लाख से ज्यादा सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं। ऐसे जॉब फेयर और पर्यटन को भी बढ़ावा देकर युवाओं के लिए नए रोजगार सृजित किए जा रहे हैं। युवाओं के साथ ही किसान और गरीब का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है। मेरे और चांदना जैसे साधारण कार्यकर्ता भी गहलोत की ही देन है। इसलिए वह हर वर्ग और क्षेत्र में समान रूप से विकास की गंगा बहा रहे हैं। समापन कार्यक्रम में जन अभाव अभियोग निराकरण समिति के अध्यक्ष पुखराज पाराशर, कौशल, रोजगार एवं उद्यमिता विभाग के शासन सचिव पी.सी. किशन एवं आरएसएलडीसी की प्रबंध निदेशक रेणु जयपाल सहित वरिष्ठ अधिकारी एवं बड़ी संख्या में युवा उपस्थित थे।

अजमेर की दो युवतियों को मिले बडेÞ पैकेज, अनुभव किए साझा

इस जॉब फेयर में रोजगार पाने वालों में दो अजमेर की युवतियां भी शामिल हैं, जिन्हें प्राइवेट सेक्टर में क्रमश: 12 और 9 लाख रुपए का सालाना पैकेज मिला है। इसमें एमसीए डिग्रीधारी नेहा जोधानी को ई-कंकेट सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड में 12 लाख और एमबीए डिग्रीधारी विनीता शर्मा को भी इसी कम्पनी में 9 लाख रुपए के सालाना पैकेज की नौकरी मिली है। उन्होंने अपने अनुभव भी साझा किए। कार्यक्रम में प्रतिष्ठित कंपनियों व कौशल, रोजगार एवं उद्यमिता विभाग के बीच मुख्यमंत्री की उपस्थिति में एमओयू भी किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने स्ट्रीट वेंडर दो महिलाओं को भी 50-50 हजार राशि के चेक प्रदान किए।

Tags:    

Similar News

-->