अलवर। जिला कलेक्टर श्री आशीष गुप्ता ने राजस्व अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें निर्देशित किया कि राजस्व न्यायालय में लंबित प्रकरणों का गुणवत्ता के साथ त्वरित निस्तारण करें ताकि काश्तकारांे को समयबद्ध राहत मिल सके।
जिला कलक्टर ने उपखण्ड अधिकारियों एवं राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए कि काश्तकारों को राहत देने की सकारात्मक भावना के साथ राजस्व न्यायालयों में लंबित प्रकरणों के निस्तारण में तेजी लावे। उन्होंने कहा कि राजकीय उपयोगार्थ भूमि आवंटन के प्रकरण सभी महत्वपूर्ण है किंतु जनसुविधाओं से सीधे जुड़े विधुत विभाग व चिकित्सा विभाग जैसे विभागों के प्रकरणों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि ई-फाइल तकनीक का कार्यालयी कार्यों में उपयोग करें।
उन्होंने उपखण्ड अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिस स्तर पर प्रकरण का निस्तारण होना है उसी स्तर पर परिवेदना प्राप्त होते ही निस्तारण करे। उपखंड अधिकारी व तहसीलदार फील्ड का दौरा करें।
उन्होंने निर्देश दिये कि प्रचलित आम रास्तों को राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज करावें। उन्होंने निर्देश दिये कि एलआर एक्ट, राको, रोडा व पीडीआर एक्ट के तहत राजस्व वसूली के प्रकरणों में नियमानुसार वसूली करें। उन्होंने निर्देश दिये कि उपखण्ड अधिकारी व तहसीलदार अपने अधीनस्थ कार्यालयों के भवनों की स्थिति की जांच पीडब्ल्यूडी से करावे तथा भवन की स्थिति अनुकूल होने या नहीं होने का प्रमाण पत्र लेवे। उन्होंने निर्देश दिये कि अधिकारी नियमित रूप से अपने क्षेत्र का दौरा कर पेयजल एवं विद्युत आपूर्ति मॉनिटरिंग कर आमजन से फीडबैक लेवे तथा आमजन की परिवेदनाओं के निस्तारण हेतु सप्ताह में एक बार रात्रि चौपाल आयोजित करे।
बैठक में एडीएम प्रथम श्री वीरेन्द्र कुमार वर्मा, एडीएम द्वितीय श्री परसराम मीना, एडीएम शहर श्रीमती बीना महावर, एसडीएम अलवर श्री जुईकर प्रतीक चन्द्रशेर, सहायक कलक्टर अलवर सुश्री नवज्योति कांवरिया सहित समस्त उपखण्ड अधिकारी एवं समस्त तहसीलदार उपस्थित रहे।