नीट यूजी 2021 परिणाम के बाद मेडिकल काउंसलिंग कमेटी ने एडवायजरी जारी की
मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) ने नीट यूजी 2021 (NEET UG 2021) परिणाम के बाद काउंसलिंग की एडवाइजरी जारी कर दी है. इसमें हिदायत दी गई है कि कोई भी विद्यार्थी नॉमिनेशन के आधार पर सीट आवंटन के झांसे में नहीं आए.
जनता से रिश्ता। मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) ने नीट यूजी 2021 (NEET UG 2021) परिणाम के बाद काउंसलिंग की एडवाइजरी जारी कर दी है. इसमें हिदायत दी गई है कि कोई भी विद्यार्थी नॉमिनेशन के आधार पर सीट आवंटन के झांसे में नहीं आए. ऐसे लोग विद्यार्थियों को झांसे में लेते हैं और उनका एडमिशन भी नहीं हो पाता है. नीट यूजी 2021 की मेरिट सूची ही एडमिशन का आधार होगी.
नीट यूजी 2021 के परिणाम के बाद डायरेक्टर जनरल ऑफ हेल्थ साइंसेज की एजेंसी मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (एमसीसी) ने एडमिशन के लिए एडवाइजरी जारी की है. नीट यूजी के जरिए सेलेक्ट हुए स्टूडेंट्स के लिए यह एडवाइजरी काफी महत्वपूर्ण है. जिसके अनुसार विद्यार्थियों को स्पष्ट कर दिया गया है कि देश के सभी सरकारी और निजी मेडिकल संस्थानों की एमबीबीएस व बीडीएस सीटों का आवंटन नीट यूजी की मेरिट सूची व विद्यार्थियों की दी गई चॉइस फिलिंग के आधार पर ही किया जाता है.
कमेटी ने 'नॉमिनेशन' के आधार पर किसी भी स्थिति में कोई आवंटन नहीं किया जाता. कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि एमसीसी ने विद्यार्थीयों व अभिभावकों को हिदायत देते हुए बताया गया है कि एमसीसी व अन्य कोई एजेंसी सीट आवंटन के लिए किसी भी प्रकार का कोई नॉमिनेशन लेटर जारी नहीं करती. नॉमिनेशन लेटर के आधार पर एमबीबीएस (MBBS) सीटों के आवंटन का झांसा देने वाले व्यक्तियों से विद्यार्थियों व अभिभावकों को दूर रहने की सलाह दी गई है.
काउंसलिंग के दौरान मिला आईडी पासवर्ड न करें शेयर
एक्सपर्ट्स का कहना है कि विद्यार्थियों को काउंसलिंग के दौरान 'आईडी एवं पासवर्ड' जारी किया जाएगा. यह आईडी और पासवर्ड किसी भी अन्य व्यक्ति से शेयर नहीं करें. वहीं किसी विद्यार्थी व अभिभावक से कोई व्यक्ति, एजेंसी या फिर फेक-वेबसाइट, नॉमिनेशन के तहत सीट आवंटन का वादा करते हैं तो इनसे संबंधित जानकारी एमसीसी को दें. साथ ही एडवाइजरी में इन जालसाजों के खिलाफ के तुरंत प्रभाव से एफआईआर दर्ज कराने की भी सलाह दी गई है.
इस तरह समझिए सेंट्रल काउंसलिंग को
देव शर्मा ने बताया कि एमसीसी के अनुसार ऑल इंडिया एमबीबीएस और बीडीएस का 15 फीसदी कोटा है. जिस पर जल्द ही काउंसलिंग शुरू होगी. यह सेंट्रल काउंसलिंग हमेशा की तरह दो राउंड में होती है जिसके बाद एक मैप अप राउंड भी आयोजित किया जाता है. सबसे अंत में नान-रिपोर्टेड, नान-जॉइंड सीट्स स्टेटस को ट्रांसफर कर दी जाएगी. सेंट्रल काउंसलिंग के तहत एम्स, जिप्मेर, बीएचयू व अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) की 100 फीसदी एमबीबीएस सीट्स आवंटित की जाएगी. देश में एमबीबीएस के लिए 555 सरकारी व निजी मेडिकल संस्थानों की 83350 एमबीबीएस सीटें हैं.