5 मिनट में उड़ा ले जाते लग्जरी कार, यूट्यूब से सीखे चोरी के तरीके

Update: 2022-11-24 13:21 GMT
अजमेर। राजस्थान के अजमेर जिले में क्रिश्चियन गंज पुलिस ने गुरुवार को अंतर्राज्यीय क्रेटा चोर गैंग का पर्दाफाश किया है। इस मामले में पुलिस ने अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। साथ ही अब तक 16 लग्जरी कारें बरामद की जा चुकी है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी रैकी पर वारदात को अंजाम देते थे और हाईटेक सॉफ्टवेयर की मदद से मात्र 5 मिनट में गाड़ी चुराकर रफूचक्कर हो जाते थे। इसके बाद चोरी की गाड़ियों को मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले लोगों को बेच देते थे। गैंग के आरोपी लग्जरी कारों को ही निशाना बनाते थे और आरोपियों ने यूट्यूब पर चोरी करने का तरीका सीखा था। पुलिस अभी पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।
एसीपी विकास सांगवान ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि कुछ समय पहले आदर्श नगर थाना पुलिस ने कुंजीलाल गुर्जर, विनोद कुमार, विमल शर्मा और रामनिवास विश्नोई को गिरफ्तार कर 11 क्रेटा वाहन बरामद किए थे। इस पर में क्रिश्चियन गंज पुलिस ने आरोपी कुंजीलाल गुर्जर, विनोद कुमार और रामनिवास विश्नोई को प्रोडक्शन वारंट पर अरेस्ट किया था। पूछताछ में रामनिवास ने कुंजीलाल से 5 गाड़ियां चोरी की खरीदना स्वीकार किया।
पुलिस ने बुधवार को पांचों लग्जरी कारों को रामनिवास के मकान के आसपास से बरामद किया। साथ ही एक आरोपी को गिरफ्तार किया। पुलिस पकड़े गए सभी आरोपियों से लगातार पूछताछ में जुटी हुई है। पूछताछ में आरोपियों ने अजमेर क्षेत्र में दो दर्जन सहित 100 से अधिक वाहन चोरी की वारदातें कबूल की है। आरोपी कुंजीलाल गुर्ज र, विनोद मीणा और रामनिवास विश्नोई के खिलाफ जोधपुर, दौसा, भीलवाड़ा और सवाईमाधोपुर जिले के कई पुलिस थानों में कई मुकदमे दर्ज है। कुंजीलाल और विनोद वाहन चोरी का काम करते है और रामनिवास विश्नोई सप्लायर है।आरोपी पहले यूट्यूब पर लग्जरी गाड़ियों के लॉक तोड़ना सीखते और फिर 5 मिनट के अंदर गाड़ी चुराकर फरार हो जाते थे। इसके लिए आरोपी कुंजीलाल अपने साथियों के साथ रातभर शहर में घूमते और जहां पर भी हुंडई की क्रेटा, आई-10 व आई-20 कार दिखाई देती वहां पर पहले रैकी करते। फिर साथी विनोद मीणा कांच तोड़कर गाड़ी का गेट खोलता और फिर मास्टर चाबी से कार स्टाट कर बाहर आ जाता। इसके बाद कुंजीलाल दिल्ली से लाई एक्स टूल हाईटेक डिवाईस लेकर गाड़ी के अंदर जाता और कार के सिस्टम को हैक कर गाड़ी को चुरा ले जाते। फिर आगे जाकर गाड़ी की नंबर प्लेट बदल देते।
आरोपी कुंजीलाल गुर्जर, राजवीर मीणा व विनोद मीणा चोरी के वाहनों को मुख्य सरगना रामनिवास विश्नोई के देते थे। फिर विश्नोई ऑन डिमांड चोरी के वाहनों को मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले लोगों को बेच देते थे। बता दें कि पश्चिमी राजस्थान मे मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले चोरी के वाहन खरीदते है, ताकि पकड़े जाने पर पुलिस तस्करों की पहचान नहीं कर पाए।
आरोपियों के खिलाफ जोधपुर, दौसा, भीलवाड़ा और सवाईमाधोपुर जिले के कई पुलिस थानों में अलग-अलग मुकदमे दर्ज है। मुख्य सरगना रामनिवास विश्नोई जोधपुर जिले के लूणी थाना क्षेत्र के गांव जांगुवास भाचरणा का रहने वाला है। जिसके खिलाफ दो मामले दर्ज है। कुंजीलाल उर्फ बने सिंह गुर्जर के खिलाफ चोरी, नकबजनी, आर्म्स एक्ट व अपहरण के 38 मामले दर्ज है। वहीं, आरोपी विनोद कुमार के खिलाफ 2 दुष्कर्म और 25 चोरी के मामले दर्ज है।
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