मुंबई के विद्यार्थियों से पारंपरिक चित्रकला के रंग सीखे

Update: 2023-08-08 11:17 GMT

जयपुर: वैशाली नगर स्थित नेमी सागर कोलोनी में पारंपरिक चित्रकला की प्रतिनिधि संस्था रंगरीत आर्ट स्कूल में आईटीएम इंस्टिट्यूट ऑफ डिजाइन एंड मीडिया मुम्बई के विद्यार्थियों ने पारंपरिक चित्रकला की बारीकियों को समझा। वरिष्ठ चित्रकार रामू रामदेव ने इन विद्यार्थियों को नेचुरल कलर के बारे में बताया और लाइन कितने प्रकार की होती है, ब्रश किस तरह से चलाया जाता है इसकी जानकारी दी। इससे पूर्व रामू रामदेव ने किसी भी कला को करने से पहले ध्यान के महत्व को भी समझाया। आईटीएम से लगभग 50 विद्यार्थियों ने भाग लिया।

रामू रामदेव ने लाइन का महत्व बताते हुए कहा कि जिस तरह से शरीर में आत्मा का महत्व है, उसी तरह भारतीय पारंपरिक चित्रकला में कोमल, प्रभाव पूर्ण और गतिमान रेखा का महत्व है और जिस तरह शरीर में रीड की हड्डी का महत्व है। उसी तरह भारतीय चित्रकला में सेल्फ कंपोजीशन का महत्व है। इनके साथ यामिनी रामदेव और राधिका ने भी सहयोग किया।

Tags:    

Similar News

-->