उदयपुर के दरिंदों का केस नहीं लड़ेंगे वकील, सीधे फांसी पर चढ़ाने की मांग
उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है.
उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. राज्य की गहलोत सरकार ने हत्या के दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनको 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. इस बीच बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए राज्य की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं. बीजेपी नेता गजेंद्र शेखावत ने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में माफिया बेलगाम हो गया है.
आरोपियों का केस लड़ने से इनकार
उन्होंने कहा कि राजस्थान भ्रष्टाचार का प्रदेश बन गया है जिससे उपद्रवियों के हौंसले बुलंद हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ऐसे अपराधियों को लीपापोती करके बचाने का भी काम करती है. शेखावत ने कहा कि राजस्थान शांति के नाम से जाना जाता था अब इसे उपद्रवियों के हवाले कर दिया है. उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार को राजस्थान की जनता कभी माफ नहीं करेगी.
उधर, उदयपुर की बार एसोसिएशन के अध्यक्ष गिरिजा शंकर मेहता ने कहा कि हम चाहते हैं आरोपियों को फांसी हो. साथ ही उन्होंने ऐलान करते हुए कहा कि जिले का कोई भी वकील उनका केस नहीं लड़ेगा. उनका अपराध सामान्य नहीं है, यह एक आतंकवादी घटना है. राजस्थान के उदयपुर में 28 जून को दर्जी कन्हैया लाल की दो मुस्लिम युवकों ने चाकू से हमला कर हत्या कर दी थी और उन्होंने इस नृशंस हत्या का वीडियो बाद में सोशल मीडिया पर डाला था.
पीड़ित परिवार से मिले CM गहलोत
इस घटना के बाद राज्य में उबाल है और धारा 144 लगाई गई है. इस बीच राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने गुरुवार को कन्हैया लाल के परिजनों से मुलाकात की. गहलोत ने कहा कि हमारी पुलिस ने अच्छा काम किया है. आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और अंतरराष्ट्रीय लिंक का पता लगाया, जिसके बाद NIA ने मामले की जांच शुरू की. हम अपील करेंगे कि इस केस की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में हो. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि NIA समय रहते जांच करे और एक महीने के भीतर दोषियों को सजा मिले और इसके लिए राज्य पुलिस हर मुमकिन मदद करने को तैयार है.
उदयपुर के धानमंड़ी इलाके में दो लोगों ने इस्लाम के अपमान का बदला लेने का दावा करते हुए कन्हैया लाल नाम के एक दर्जी का सिर कलम कर दिया था और घटना का वीडियो ऑनलाइन जारी किया था. दर्जी ने हत्या से कुछ दिन पहले नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट डाली थी, जिसके बाद से उन्हें लगातार धमकियां मिल रही थीं. अब हत्या के दोनों आरोपी गौस मोहम्मद और रियाज पुलिस की हिरासत में हैं.