कोटा: नगर निगम द्वारा हर साल वसूल किए जाने वाले नगरीय विकास कर(यूडी टैक्स) के प्रति अभी भी सभी लोग न तो जागरूक हुए हैं और न ही गम्भीर हैं। यही कारण है कि अधिकतर लोग यह टैक्स जमा ही नहीं करवा रहे हैं। नगर निगम कोटा दक्षिण में गत वित्तीय वर्ष में मात्र 35 फीसदी लोगों ने ही यूडी टैक्स जमा कराया था। नगर निगम द्वारा वर्ष 2007 से नगरीय विकास कर वसूल किया जा रहा है। अभी तक पुराने सर्वे से ही यह टैक्स वसूल किया जा रहा था। अब नगर निगम कोटा उत्तर व कोटा दक्षिण में नए सिरे से सर्वे किया जा रहा है। कोटा दक्षिण में निजी फर्म ने यूडी टैक्स वसूल करने व सर्वे करने का काम एक साल पहले शुरु कर दिया था। जबकि कोटा उत्तर में यह काम इस वित्तीय वर्ष में शुरू किया है। पहले यह टैक्स वसूल करने का काम नगर निगम का राजस्व अनुभाग कर रहा था। लेकिन वहां कर्मचारियों की कमी के चलते पिछले कई सालों से यूडी टैक्स का लक्ष्य ही पूरा नहीं हो पा रहा था। जिस कारण से अब यह काम दोनों ही निगमों में निजी फर्म को दिया गया है।
कोटा दक्षिण में 1454 ने कराया टैक्स जमा
नगर निगम से प्राप्त जानकारी के अनुसार निजी फर्म ने कोटा दक्षिण में नए सिरे से सर्वे का काम किया। फर्म ने 77 हजार 325 संस्थानों का सर्वे किया। जिसमें से करीब 5400 प्रतिष्ठान यूडी टैक्स के दायरे में आए। नगर निगम कोटा दक्षिण द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए बजट बोर्ड बैठक में यूडी टैक्स का लक्ष्य 7 करोड़ रुपए रखा था। जिसकी एवज में निजी फर्म ने 31 मार्च 2023 तक 1454 कर दाताओं ने ही टैक्स जमा कराया। यह राशि 8 करोड़ 54 लाख 82 हजार 557 थी। जो लक्ष्य से काफी अधिक है। निगम से प्राप्त जानकारी के अनुसार 54 सौ में से मात्र 1454 यानि करीब 35 फीसदी ने ही यूडी टैक्स जमा कराया।
कोटा उत्तर में 508 ने कराया टैक्स जमा
कोटा दक्षिण की तरह ही कोटा उत्तर निगम ने भी बजट बोर्ड बैठक में वित्तीय वर्ष 2022-23 का यूडी टैक्स का लक्ष्य 6 करोड़ रुपए तय किया था। जिसकी एवज में 508 कर दाताओं ने 31 मार्च 2023 तक 3 करोड़ 43 लाख 62 हजार 800 रुपए टैक्स जमा कराया था। निगम सूत्रों के अनुसार कोटा उत्तर में निजी फर्म ने कुछ समय पहले ही सर्वे का काम शुरू किया है। इस कारण से अभी तक कर दाताओं की पूरी जानकारी नहीं हो सकी है। साथ ही टैक्स भी पूरा नहीं वसूल किया जा सका है।
निगमों में बढ़ाया 2-2 करोड़ लक्ष्य
नगर निगम कोटा दक्षिण व कोटा उत्तर में आगामी वित्त वर्ष 2023-24 के लिए नगरीय विकास कर का लक्ष्य दो-दो करोड़ रुपए बढ़ाया गया है। कोटा उत्तर में 6 करोड़ से बढ़ाकर 8 करोड़ रुपए और कोटा दक्षिण में 7 करोड़ की जगह 9 करोड़ रुपए कर दिया गया है।
इनका कहना है
इनकम टैक्स की तरह यूडी टैक्स भी हर साल जमा होने वाली सतत प्रक्रिया है। राजस्थान में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से इस पर कोई असर नहीं होगा। टैक्स जमा करवाने का समय अगले वर्ष मार्च तक का है। गत वर्ष सरकार ने पेनल्टी में छूट की अवधि 31 मार्च से बढ़ाकर 30 सितम्बर तक कर दी है। इस कारण से कई लोगों ने टैक्स जमा नहीं कराया था। फिर भी कोटा दक्षिण में लक्ष्य से अधिक कर जमा हुआ।
- विजय अग्निहोत्री, राजस्व अधिकारी, नगर निगम कोटा दक्षिण