कोटा कोरोना के नये वैरिएंट बीएफ -7 से लड़ने को तैयार, सैंपलिंग 300 से बढ़ाकर 600 की
कोटा न्यूज़: चीन में कोरोना के बढ़ते मामले फिर डराने लगे हैं। इसे देखते हुए केंद्र सरकार अलर्ट पर है। देश सहित प्रदेश में कोविड-19 को लेकर विशेष सर्तकता बरती जा रही है। वहीं कोटा वैरिएंट बीएफ- 7 से लड़ने के लिए मुस्तैद नजर आ रहा है। कोटा में ऑक्सीजन, वेंटीलेटर, से लेकर बेड तक सभी संसाधन पर्यापत मात्रा में हैं। संतोष की बात यह है कि कोटा में वैक्सीन की फर्स्ट डोज लगाने वालों का आंकड़ा 103.70 प्रतिशत है। वहीं सैकंड डोज लगाने वालों का आकंड़ा 92.59 है। कोटा के डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना के नए वैरिएंट से लड़ने के लिए हम सभी पूरी तरह से तैयार हैं। नए वैरिएंट बीएफ- 7 से कोटा में लोग संक्रमित हो भी गए तो मौत नहीं होगी। प्रदेश सहित देश के सभी एयरपोर्ट्स पर विदेशी यात्रियों की रैंडम सैंपलिंग भी शुरू हो गई है। वहीं कोटा में रेलवे स्टेशन और रोडवेज पर सैंपलिंग 24 घंटे शुरू कर दी है। रैडम सैंपलिंग 300 से बढ़ाकर 600 कर दी है।
टीकाकरण में 92 प्रतिशत आबादी वैक्सीन लगा चुकी, मौत का खतरा कम:
टीकाकरण प्रभारी डॉ. देवेंद्र झालानी ने बताया कि कोटा में 21 दिसंबर तक 18 वर्ष ऊपर के लोगों के लिए 14 लाख 64 हजार 956 लोगों के टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा था जिसमें प्रथम डोज लगाने वालों की संख्या 15 लाख 19 हजार 227 हुई जो लक्ष्य से 103.70 प्रतिशत है। वहीं सैकंड डोज 14 लाख 6 हजार 714 लोगों ने लगाई है। जो 92.59 प्रतिशत रही है। वहीं 15 से 17 साल के लोगों के लिए टीकाकरण का लक्ष्या 13 लाख 4 हजार 918 लोगों का रखा था जिसमें से प्रथम डोज 11 लाख 3 हजार 53 लोगों लगवाई है। जो 83.79 प्रतिशत रहा। वहीं सैकंड डोज 85 हजार 493 लोगों ने लगवाई। जो 75.62 प्रतिशत रहा है। 12 से 14 वर्ष के बच्चों के लिए 76 हजार 477 का लक्ष्य रखा जिसके मुकाबले प्रथम डोज लगी 57 हजार 161 लोगों जिसका प्रतिशत 75.62 प्रतिशत रहा। वहीं सैकंड डोज का 31 हजार 894 लोगों के लगी जिसका प्रतिशत 55.80 प्रतिशत रहा है। कोटा में कोविड वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज अधिकांश आबादी को लग चुकी है। ऐसे में बीएफ- 7 का संक्रमण होने पर भी मृत्यु का खतरा नहीं है।
ओमिक्रॉन का बीएफ - 7 वैरिएंट सर्वाधिक संक्रामक
कोविड जांच प्रभारी डॉ. अभिमन्यु शर्मा ने बताया कि कोविड- 19 का नया वैरिएंट आॅमिक्रॉन बीएफ-7 अभी तक के सभी वैरियंट में सर्वाधिक संक्रामक बताया जा रहा है। इसका संचरण अत्यधिक तेज है और यह उन लोगों को भी संक्रमित कर सकता है जिनका टीकाकरण हो चुका है। हालांंकि कोटा सहित प्रदेश में कोविड के मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। देश में गत 19 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में औसत दैनिक गिनती गिरकर 158 रह गई थी। उल्लेखनीय है कि भारत में नए वैरियंट बीएफ-7 का पहला मामला अक्टूबर माह में गुजरात में देखा गया था। दूसरा मामला भी गुजरात में ही एक माह बाद आया जबकि तीसरा मामला ओडिसा का है। मास्क पहनें और सामाजिक दूरी के नियमों का फिर से पालन करना शुरू करे।ं क्योंकि पिछले अनुभव से पता चलता है कि निश्चित रूप से कोविड-19 का प्रसार होगा। उनका सुझाव है कि भले ही अभी स्थिति चिंताजनक नहीं है, लेकिन कोविड-19 के नए और उभरते स्ट्रेन के प्रति सतर्क रहने की जरूरत है। हालांकि कोटा में कोविड टीकाकरण दर अधिक है, इसलिए हम हर्ड इम्युनिटी तक पहुंच गए हैं। फिर भी सभी एहतियाती उपायों के साथ तैयार रहना आवश्यक है। वैसे टीकाकरण के कारण कोविड का यह वैरियंट भी उतना घातक नहीं होगा। देखा जा रहा है कि पिछले छह सप्ताह में वैश्विक मामलों में लगातार वृद्धि दर्ज की गई है। यह विश्व स्तर पर सप्ताह में 5.9 लाख औसत दैनिक मामले हैं। ये मामले विशेष रूप से चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस और अमेरिका में अधिक हैं। नया वैरिएंट बीएफ-7 चीन के अलावा पहले ही अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ, बेल्जियम, जर्मनी, फ्रांस और डेनमार्क जैसे देशों में पहुंच चुका है। सभी कोविड-19 पॉजिटिव मामलों के नमूने रोजाना आईएनएसएसीओजी प्रयोगशाला को भेजें, ताकि नए वैरिएंट को ट्रैक करने में आसानी हो।
प्रिकॉशन डोज का प्रतिशत कम
कोटा में पहली व दूसरी लहर में लोगों ने टीकाकरण के प्रति उत्साह दिखाया जिससे कोविड संक्रमण पर कोटा में जल्दी नियंत्रण हो सका था। लेकिन बाद में सरकार ने आजादी के अमृत उत्सव में प्रिकॉशन डोज को नि:शुल्क कर दिया उसके बावजूद लगाने वालों का प्रतिशत नहीं बढ़ा है। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि पहली व दूसरी बार डोज कोटा की अधिकांश आबादी को लगने से संक्रमण का खतरा कम है। लेकिन प्रिकॉशन डोज लगाने से सुरक्षा चक्र मजबूत हो जाता है। कोटा में प्रिकॉशन डोज लगाने में 18 वर्ष से अधिक आयु लक्ष्य था 14 लाख 64 हजार 956 लोगों का था जिसके मुकाबले 17 लाख 9 हजार 602 लोगों ने लगाई जिसका प्रतिशत 12.26 प्रतिशत रहा। वहीं 18 से 59 प्रतिशत निजी अस्पताल में 12 लाख 22 हजार 84 लोगों का लक्ष्य रखा था जिसमें से 3560 लोगों ने प्रिकॉशन डोज लगाई। 0.29 प्रतिशत रहा जो कम है।
जिनोम सिक्वेंसिंग सैंपल जांच कोटा में होगी
कोरोना की दूसरी व तीसरी लहर में कोटा में लोकसभा अध्यक्ष और यूएचडी मंत्री शांतिधारीवाल द्वारा आॅक्सीजन प्लांट, वेंटिलेटर की पूरी व्यवस्थाएं कर रखी है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयास से कोटा में जिनोम सिक्वेसिंग की सैंपल जांच यहीं होगी । नमूने अन्य लैब में भेजने की जरुरत नहीं पड़ेगी। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि कोरोना के सभी पॉजिटिव केस के सैम्पल्स जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजें, ताकि कोरोना के नए वैरिएंट का पता लगाया जा सके।
कोटा में ऑमिक्रॉन वैरिएंट बीएफ- 7 को लेकर सभी अस्पतालों में पूरी तैयारी है। आॅक्सीजन, वेटिलेंटर, बेड और जांच की पूरी सुविधा है। कोटा के सभी अस्पतालों में अब पर्याप्त बेड की सुविधा है। कोविड के नये वैरिएंट की जांच भी यहीं करने की सुविधा है।
- डॉ. विजय सरदाना, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज कोटा
मास्क लगाएं और बूस्टर डोज लें
क्रिसमस त्यौहारी सीजन चल रहा है। ऐसे में बाजार में और भीड़ में मास्क लगाकर जाए। मास्क गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों और बुजुर्गों के लिए बेहद जरूरी है। अभी केवल 0.29 आबादी ने ही बूस्टर डोज ली है। यह खुराक लेना सभी के लिए कम्पलसरी है। अभी वैक्सीनेशन चल रहा है। जिन्होंने कोविड वैक्सीन और प्रिकॉशन डोज नहीं लगाई वे लगा सकते हंै। सभी केंद्रो पर टीकाकरण जारी है। नये वैरिएंट को लेकर सभी चिकित्सा अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिया है। बस स्टैड व रेलवे स्टेशन पर रैंडम सैपलिंग बढ़ा दी है। चीन के ओमिक्रॉन बीएफ- 7 वैरिएंट से लड़ने के लिए सभी आवश्यक संसाधन है। जांचों का दायारा बढ़ा दिया है। संदिग्धों को चिहिंत करने के लिए सभी सीएचसी पीएचसी पर निर्देश जारी कर दिए हैं।
- डॉ. जगदीश सोनी, सीएमएचओ कोटा