कोटा दक्षिण समिति अध्यक्षों को शीघ्र मिल सकती है बैठक की सुविधा

Update: 2023-01-16 14:18 GMT

कोटा: नगर निगम कोटा दक्षिण की समितियों के अध्यक्षों को शीघ्र ही बैठक सुविधा मिल सकती है। उनके लिए निगम भवन में तीसरी मंजिल पर हॉल में कैबिन बनाने की योजना है। साथ ही एक चौथाई समिति अध्यक्षों की जगह निर्धारित है। नगर निगम कोटा दक्षिण में 22 समितियों का गठन हुए करीब 6 महीने का समय हो गया है। लेकिन अभी तक महापौर व उप महापौर के अलावा अन्य समिति अध्यक्षों के बैठने की स्थायी सुविधा नहीं है। समिति के अध्यक्ष उनके बैठने के लिए कक्ष की सुविधा की मांग कर चुके हैं। आयुक्त व अतिरिक्त आयुक्त को ज्ञापन भी दे चुके हैं। समिति अध्यक्षों का कहना है कि सरकार की ओर से जब नेता प्रतिपक्ष को सुविधाएं दी जा सकती हैं तो वे तो सरकार द्वारा गठित समितियों के अध्यक्ष हैं। उन्हें भी बैठने के लिए कक्ष की सुविधा दी जाए। साथ ही उनक अनुभाग से सबंधित फाइलें उनके पास आनी चाहिए। निर्माण समिति के अध्यक्ष मोहम्मद इसरार, वित्त समिति के अध्यक्ष देवेश तिवारी व अतिक्रमण समिति के अध्यक्ष पी.डी. गुप्ता का कहना है कि उन्हें बैठने की सुविधा दी जानी चाहिए। जिससे वे अपने अनुभाग का कामकाज सही ढंग से कर सके।

यहां बैठ सकते है समिति अध्यक्ष

नगर निगम कोटा दक्षिण की 22 समितियों में से दो समितियों में महापौर व उप महापौर ही अध्यक्ष हैं। ऐसे में उनके लिए तो निगम कार्यालय में ही कक्ष मिले हुए हैं। जबकि कुछ समितियां ऐसी हैं जिनके अनुभाग में ही कक्ष है जहां समितियों के अध्यक्ष भी बैठ सकते हैं। उद्यान समिति के अध्यक्ष गांधी उद्यान में बने कक्ष में बैठ सकते हैं। गैराज समिति के अध्यक्ष गैराज में, गौशाला समिति के अध्यक्ष गौशाला में, अतिक्रमण समिति के अध्यक्ष अतिक्रमण अनुभाग में और आपदा प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्रीनाथपुरम् स्थित फायर स्टेशन में बैठकर काम कर सकते हैं। हालाकि पूर्व में भी अधिकतर समितियों के अध्यक्ष इसी तरह से बैठते रहे हैं। जबकि शेष समिति अध्यक्षों के लिए कक्ष नहीं है।

तीसरी मंजिल पर हॉल बनाने की है योजना

नगर निगम कार्यालय में तीसरी मंजिल पर हॉल में कैबिन बनाने की योजना है। जिसमें समिति अध्यक्षों को बैठाया जा सकता है। एक हॉल में अलग-अलग कैबिन होने से सभी को कक्ष की सुविधा मिल सकेगी। इस तरह के कैबिन निगम के कई अनुभागों के कर्मचारियों के लिए बने हुए हैं। स्मार्ट सिटी व राजस्व अनुभाग में इस तरह के कैबिन बने हुए हैं। इधर सूत्रों के अनुसार समिति अध्यक्षों के पास टैंडर संबंधी फाइलें भेजने व अलग से सभी के लिए कक्ष की सुविधा का निगम में कोई प्रावधान नहीं है। हालांकि अधिकारियों के स्तर पर निगम में इस तरह के प्रावधान व व्यवस्था संबंधी जानकारी जुटाई जा रही है।

कई समितियों के अध्यक्ष तो उनके अनुभागों में बने कक्ष में बैठ सकते हैं। गैराज, गौशाला व उद्यान में कक्ष की सुविधा है। वहीं शेष समिति अध्यक्षों के लिए निगम कार्यालय की तीसरी मंजिल पर एक हॉल में कैबिन बनाने की योजना है। जहां समिति अध्यक्षों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी।

- राजपाल सिंह, आयुक्त, नगर निगम कोटा दक्षिण 

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