अलवर न्यूज़: दैरास के नौबस्ता से एक व्यापारी बदमाशों ने झांसा देकर अलवर को राजस्थानी और अपहरण कर लिया। इसके बाद के टैग से 1.30 लाख रुपए निकाले गए। परिजनों से फिरौती। परिजन ने नौबस्ता थाने में स्थिति बनाई। नौबस्ता और अलवर पुलिस ने गुटबंदी करने वाले प्रोजेक्ट को छोड़ दिया।
पागल माल देने का झांसा देकर कहा जाता है
आवास विकास हंसपुरम नौबस्ता निवासी गोविंद मोहन गुप्ता ने बताया कि उनके भाई गोपाल मोहन गुप्ता बोरे का कारोबार करते हैं। उन्होंने ऑनलाइन देखा कि अलवर के कलाकार उन्हें कम कीमत में मिल रहे थे। उन्होंने दिए गए फोन नंबर पर बात की और बनाने के लिए 3 अप्रैल को ट्रेन से अलवर निकल गए। सुबह वे अलवर पहुंचकर पत्नी को फोन किया और कहा कि वे कुछ लोग तय कर रहे हैं। इसके बाद बड़े कारोबारियों के साथ उनका जाल बिछाया जाता है। इसके बाद उनकी टिप्पणियों से 1.30 लाख रुपए की ट्रांजैक्शन कार्रवाई की गई।
इसलिए ही नहीं अपहर्ताओं के बाद गोपाल मोहन ने भाई, आपस में मिलने और अपने करीबियों को फोन करके किसी से एक लाख तो किसी से 2 लाख रुपये खर्च में निवेश को कहा। परिवार के लोगों को संदेह होने पर 4 अप्रैल को नौबस्ता थाने में अपहरण और फिरौती की प्राथमिकी दर्ज की गई।
सूचना को लेकर नगर निगम रिटर्निंग पुलिस
कृष्ण पुलिस आयुक्त बीपी जोगदंड ने बताया कि मामले की जानकारी मिलते ही अपहृतों की प्राथमिक प्रविष्टि कर एक टीम अलवर के लिए रवाना कर दी गई। इसके साथ ही अलवर पुलिस से बात करके साथियों पर नजर रखी। बदमाशों ने कारोबारियों को छोड़ दिया है। पुलिस टीम कारोबारियों को लेकर शनिवार को रिटर्न दे रही है।