दिनदहाड़े काटा गया कन्हैयालाल का गला, दुख जताने की जगह शर्मनाक बयान देने में जुटे गहलोत के मंत्री

दिनदहाड़े काटा गया कन्हैयालाल का गला

Update: 2022-06-29 10:02 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जयपुर. राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या के बाद तनाव फैला हुआ है। वहीं, दूसरी तरफ इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है। राजस्थान के हेल्थ मिनिस्टर परसादी लाल मीणा ने उदयपुर में हुई घटना के लिए बीजेपी को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा- राहुल गांधी ने कहा था कि BJP ने देश में केरोसिन छिड़क दिया है जो कहीं भी आग सुलगा सकता है। यह भाजपा का किया धरा है और निश्चित रूप से भाजपा इन घटनाओं के लिए ज़िम्मेदार है। कांग्रेस के शासनकाल में ऐसी घटनाएं क्यों नहीं हुईं?

मंत्री ने कहा- यह अपने स्वार्थ और राजनीति चमकाने के लिए इस तरह की घटनाओं को भड़वा देते हैं। राजस्थान सरकार में मंत्री सुभाष गर्ग ने इस मामले में कहा- इस मामले में SIT गठित कर दी गई है। पुलिस ने 6 घंटे में आरोपियों को पकड़ा है। इस तरह की घटना न हो उसके लिए प्रशासन को मुस्तैद कर दिया है। एसओजी के एडीजी अशोक राठौड़ की देख-रेख में एक टीम को तैयार कर मौके पर रवाना किया गया है।
बीजेपी ने भी बोला हमला
पूर्व केन्द्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए कहा- राजस्थान में कांग्रेस की नंपुसक सरकार है। 3.5 साल हो गए और इन्होंने जो काम किए हैं उसके कारण ही आज जिहादियों के हौसले बुलंद हैं। ये एक अकेली घटना नहीं है अनेकों घटनाएं इंतजार कर रही हैं होने का। और राजस्थान सरकार हाथ बांध के सिर्फ अपनी कुर्सी बचाकर बैठी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मानसिक रूप से दिल्ली में रहते हैं और अंदरूनी खींचतान के कारण जनता पिस रही है। जब राजस्थान में लॉ एंड ऑर्डर है ही नहीं तो ऐसे ही लोगों के हौसले बढ़ते हैं।
क्या है मामला
दरअसल, 28 जून का उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की दुकान में दोपहर में 2 बाइक सवार पहुंचे। उन्होंने कन्हैयालाल से कहा- हमें कपड़े सिलवाने हैं। जब कन्हैयालाल नाप लेना शुरू किए तभी हत्यारों ने धारदार हथियार से कन्हैयालाल पर हमला कर दिया। कन्हैया पर कई हमले हुए जिस कारण उसकी ऑन द स्पॉट मौत हो गई। बता दें, कुछ दिन पहले कन्हैयालाल ने नुपुर शर्मा के समर्थन में अपने सोशल मीडिया में एक वीडियो शेयर किया था। इस वीडियो के शेयर होने के बाद से ही उसे जान से मारने की धमकी मिल रही थी। इसके बाद उसने कुछ दिनों तक अपनी दुकान नहीं खोली और थाने में नामजद रिपोर्ट लिखाई। बता दें कि कन्हैयालाल ने नूपुर शर्मा के समर्थन में एक वीडियो अपने सोशल मीडिया में शेयर किया था। इसके बाद से ही उसे लगातार धमकियां मिल रही थीं।


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