जयपुर। जेडीए आयुक्त डॉ. जोगाराम ने गुरुवार को जेडीए अधिकारियों के साथ आईपीडी टॉवर का दौरा किया और परियोजना की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने जेडीए की इस महत्ती परियोजना की वर्तमान प्रगति का मौका निरीक्षण कर इंजीनियरिंग विंग के अधिकारियों एवं निर्माणकर्ता एजेंसी को प्रोजेक्ट के कार्य में तेजी लाने और प्रोजेक्ट को तय समय सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए।
जेडीसी ने अधिकारियों एवं निर्माणकर्ता एजेंसी को निर्देश दिये कि परियोजना कार्य में किसी भी तरह की बाधा आने पर आपसी समन्वय कर तुंरत प्रभाव से बाधा का निवारण करें, जिससे प्रोजेक्ट में देरी ना हो।
डॉ. जोगाराम ने बताया कि जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा प्रोजेक्ट की निरंतर मॉनिटरिंग कर तीव्रगति से कार्य करवाया जा रहा है। इसे निर्धारित समयावधि के अंदर पूरा कर लिया जाएगा। आईपीडी टावर के साथ ही एसएमएस अस्पताल में इन्टीट्यूट ऑफ़ कार्डियोवस्कुलर साइंसेज का भी निर्माण किया जाएगा। करीब 588 करोड़ की लागत से दोनों प्रोजेक्ट को तैयार किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि एसएमएस अस्पताल में बनाया जा रहा आईपीडी टावर देश का सबसे बड़ा टावर होगा। इस बिल्डिंग में आने वाले मरीजों की सुविधा के लिए 16 लिफ्ट के साथ दो मंजिल पर पार्किंग विकसित की जाएगी। पूरे प्रोजेक्ट को 2 फेज में पूरा किया जाएगा।
इस परियोजना में 20 ऑपरेशन थिएटर, 100 ओपीडी काउंटर, दो मंजिला बेसमेंट, 1200 बेड, एयर एम्बुलेंस के लिए छत पर हेलीपेड, पहली मजिल पर संगोष्ठी कक्ष, मेडिकल साइंस गैलरी एडमिशन ब्लॉक, दूसरी मंजिल पर रेडियोलॉजी सेवा, डायग्नोस्टिक, एमआरआई सिटी स्कैन, तीसरी मजिल पर छह आईसीयू वार्ड और संबंधित सेवाएं, चौथी मजिल पर पोस्ट और प्रीआपरेटिव वार्ड, न्यूक्लियर मेडिसन, लैब एरिया साथ ही जनरल वार्ड, कॉटेज और डीलक्स रूम जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।