Jhunjhunu: डीएपी उर्वरक के स्थान पर वैकल्पिक उर्वरक का उपयोग करें

Update: 2024-09-03 13:26 GMT
Jhunjhunu झुंझुनू । किसान डीएपी की जगह सिंगल सुपर फास्फेट (एसएसपी) खाद का प्रयोग करें तो लागत कम आएगी और उत्पादन व गुणवत्ता अच्छी होगी । संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार) प्रकाश चन्द्र बुनकर ने बताया की सिंगल सुपर फास्फेट एक फॉसफोरस युक्त उर्वरक है, जिसमें कि 16 प्रतिशत फॉस्फोरस एवं 11 प्रतिशत सल्फर व केल्शियम 21 प्रतिशत की मात्रा पायी जाती है। इसमें उपलब्ध सल्फर के कारण यह उर्वरक तिलहनी एवं दलहनी फसलों के लिये अन्य उर्वरकों की अपेक्षा अधिक लाभदायक होता है । एसएसपी का उपयोग करने से पौधो की वृद्धि के साथ-साथ जड़ो का विकास भी उत्तम होता है। फसल की गुणवत्ता एवं उपज में भी वृद्धि होती है। सल्फर की मात्रा पाये जाने के कारण फसलों में क्लोरोफिल का निर्माण कर प्रोटीन की मात्रा बढ़ती है।
::एसएसपी का उपयोग ::
एसएसपी उर्वरक डीएपी की अपेक्षा बाजार में आसानी से उपलब्ध है। प्रति बैग डीएपी में 23 किलोग्राम फॉस्फोरस एवं 9 किलो नत्रजन पायी जाती है। यदि डीएपी के विकल्प के रूप में 3 बैग एसएसपी एवं 1 बैग यूरिया में 16 किग्रा केल्शियम, 24 किग्रा फास्फोरस, 20 किग्रा नत्रजन व 16 किग्रा सल्फर पौधों को उपलब्ध होगी ।
::नैनो यूरिया डीएपी का उपयोग::
उर्वरकों की लागत को कम करने और भूमि की उर्वरा शक्ति तथा उत्पादन बढ़ाने में सहायक न्यूएज तरल उर्वरक नैनो यूरिया व नैनो डीएपी का उपयोग करना चाहिए। किसान खेतों में मिट्टी के नमूनें की जांच के आधार पर बनाए गये मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुसार भूमि में उर्वरकों का उपयोग करें।
कृषकों को सलाह दी जाती है कि डीएपी के स्थान पर वैकल्पिक उर्वरकों का प्रयोग करें व अधिक जानकारी के लिए निकटतम कृषि कार्यालय में संपर्क करें अथवा किसान कॉल सेन्टर के निःशुल्क दूरभाष नं. 18001801551 पर बात करें।
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