जयपुर: चुनावी साल में चल रहे प्रशासनिक फेरबदल में अब सबसे ज्यादा चर्चा कमिश्नर की है. इस संबंध में बुधवार को सीएमओ समेत कई स्तरों पर चर्चा हुई। बैठक में सीएमओ अधिकारियों के साथ-साथ डीजीपी उमेश मिश्रा भी शामिल हुए. इस दौरान एडीजी अशाेक राठाैड़, हवासिंह घुमरिया, बिनीता ठाकुर और बीजू जार्ज जोसेफ के नाम पर मंथन हुआ।
सूत्रों का कहना है कि एडीजी अशाेक राठौड लड़ाई में सबसे आगे हैं। चुनाव आयोग की गाइडलाइन के मुताबिक तीन साल से एक ही जगह जमे अफसरों को बदला जाना है. ऐसे में एक-दो दिन में जयपुर कमिश्नर बदल दिए जाएंगे. इसके साथ ही छह जिलों के एसपी भी बदले जायेंगे. जयपुर कमिश्नर अब तक सीनियर आईजी के तौर पर काम कर रहे थे, लेकिन अब एडीजी तैनात होंगे. इसके साथ ही सरकार संयुक्त आयुक्त का नया पद सृजित कर आईजी स्तर के अधिकारी की नियुक्ति करेगी.एडीजी आनंद श्रीवास्तव दिसंबर 2018 से जयपुर कमिश्नर हैं। अब चुनाव आयोग की गाइडलाइन के मुताबिक जयपुर राजस्व जिले में साढ़े तीन साल से ज्यादा की सेवाएं देने के कारण 30 जुलाई से पहले उन्हें जयपुर कमिश्नर की जगह दूसरी बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी।
....जोसेफ कार्यवाहक आयुक्त रहे हैं
1995 बैच के आईपीएस बीजू जॉर्ज जोसेफ जुलाई 2020 से पीएचक्यू में एडीजी विजिलेंस के पद पर तैनात हैं। 2011 से 2013 तक वह कमिश्नरेट में एडिशनल कमिश्नर थे। मार्च 2013 में वे 5 महीने तक कमिश्नर के पद पर रहे.
चार वर्ष तक जोधपुर में कमिश्नर रहे
1994 के आईपीएस अशोक राठौड़ जुलाई 2020 से एडीजी एटीएस-एसओजी हैं। राठौड़ पिछली भाजपा सरकार में चार साल तक जोधपुर कमिश्नर थे। संजीवनी घोटाला और फोन टैपिंग जैसे मामलों की निगरानी।
उदयपुर रेंज आईजी की कमान संभाली
1996 की आईपीएस बिनीता ठाकुर एडीजी हाउसिंग हैं। आईजी उदयपुर सहित कई जिलों के एसपी भी रह चुके हैं। बिनीता को कमिश्नर बनाने के लिए पीएचक्यू के कुछ अफसरों ने सीएमओ में सिफारिश की है।
संकट के समय सरकार के करीब आये
1997 के आईपीएस हवा सिंह घुमरिया एडीजी ट्रैफिक हैं। घुमरिया जयपुर, जोधपुर और अजमेर रेंज आईजी और एसीबी में सेवाएं दे चुके हैं। सरकार के संकट के दौरान घुमरिया सरकार के काफी करीब रहे.