Jaipur: देवनानी रामायण व महाभारत की कथाएं इण्डोनेशियाई लोक कला का स्त्रोत

Update: 2024-11-13 13:24 GMT
Jaipur जयपुर । राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने कहा है कि भारत और इण्डोनेशिया के मध्य साझा सांस्कृतिक विरासत होने के साथ व्यापारिक संबंध भी प्रगाढ़ हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों में सांस्कृतिक व वाणिज्यिक संबंध की घनिष्ठता बहुत समय से है। रामायण व महाभारत ग्रंथ इण्डोनेशिया में लोक कला व नाटकों का स्त्रोत है।
श्री देवनानी ने कहा कि साझा सांस्कृतिक विरासत, औपनिवेशिक इतिहास और राजनैतिक सम्प्रंभुता दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों पर एकीकृत प्रभाव डालते हैं। श्री देवनानी ने बुधवार को सिंगापुर रवाना होने से पहले बाली में भारत के महावाणिज्य दूतावास में आयोजित समारोह में भारत और इण्डोनेशिया के लोगों को संबोधित किया, जहां लोगों ने श्री देवनानी का सम्मान किया।
श्री देवनानी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की पहल से दोनों देशों के मध्य द्विपक्षीय संबंधों में एक नये युग की शुरूआत हुई है। नई व्‍यापक रणनीतिक साझेदारी से विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों का सहयोग बढ़ा है। दोनों देशों के मध्य नियमित रूप से संसदीय आदान-प्रदान भी होते हैं।
विधानसभा अध्यक्ष श्री देवनानी ने कहा कि रामायण व महाभारत ग्रंथ इंडोनेशिया में नाटक व लोक कला का स्रोत है। यहां भारतीय संगीत, नृत्य कला के साथ-साथ योग को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। भारत के अनेक ग्रंथों पर यहां सांस्कृतिक शोध होता है। भारतीय संस्कृति व चिंतन यह रचा-बसा हुआ है।
श्री देवनानी के सम्मान में बाली में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। श्री देवनानी का काउंसलेट जनरल ऑफ इंडिया श्री शशांक विक्रम ने पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया। श्री देवनानी ने दूतावास का अवलोकन किया और अधिकारियों से परिचय लिया।
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