Jaipur जयपुर । परिवहन एवं सड़क सुरक्षा मंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकना और उनमें मानव जीवन की सुरक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि सड़क सुरक्षा के लिए साझा जिम्मेदारी से काम करें और दुर्घटनाओं को कम करने के लिए ठोस कदम उठाएं।
डॉ. बैरवा मंगलवार को शासन सचिवालय में आयोजित स्टेट रोड सेफ्टी कौंसिल की 21वीं बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने सड़क निर्माण कार्यों में उच्चतम तकनीकी मानकों को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सड़कों पर ब्लैक स्पॉट्स और गड्ढों की निरंतर पहचान कर उनमें गुणवत्तापूर्ण सुधार करने के भी निर्देश दिए।
परिवहन मंत्री ने यात्रियों की सुरक्षित, सुगम और आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए बसों के फिटनेस और मरम्मत के काम को प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बस और ट्रक चालकों के नियमित स्वास्थ्य परीक्षण और उनके उचित आराम के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाए। उन्होंने सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी नवीनतम तकनीकों के इस्तेमाल कर सड़क निगरानी तंत्र को और अधिक मजबूत करने के निर्देश दिए।
डॉ. बैरवा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य के सभी शिक्षण संस्थानों में नियमित रूप से यातायात जागरूकता अभियान चलाए जाए। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री आयुष्मान जीवन रक्षा योजना का व्यापक प्रचार प्रसार सुनिश्चित किया जाए। राज्य में इस योजना के तहत सडक दुर्घटना में घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले को ''गुड सेमेरिटन'' कहा जाता है। गुड सेमेरिटन को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि को 5 हजार रुपये से बढ़ाकर 10 हजार रुपये किया गया है।
परिवहन विभाग की शासन सचिव श्रीमती शुचि त्यागी ने बताया कि राजस्थान 10 वर्षीय सड़क सुरक्षा स्ट्रेटेजी एवं एक्शन प्लान लागू करने और सड़क सुरक्षा वेब पोर्टल लांच करने वाला देश का पहला राज्य है। इसके अतिरिक्त, राज्य सरकार की एम्बुलेंस सेवा 108 और एनएचएआई की 1033 एम्बुलेंस सेवाओं का एकीकरण किया जा रहा है, जिससे चिकित्सा सहायता को त्वरित रूप से दुर्घटनास्थल तक पहुंचाया जा सके। उन्होंने बताया कि माई भारत पोर्टल पर सड़क सुरक्षा शैक्षणिक एवं जन-जागरूकता कार्यक्रमों के आयोजन में प्रदेश को देश में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है।
बैठक में स्वायत्त शासन विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री राजेश कुमार यादव, रोडवेज प्रबंध निदेशक श्री पुरुषोत्तम शर्मा, परिवहन, रोडवेज, ट्रैफिक पुलिस, पीडबल्यूडी, एनएचआई चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।