Jaipur : क्रियान्वयन व विकास कार्यों के संबंध में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक
Jaipur जयपुर। केंद्रीय वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव की अध्यक्षता में रवीवार को अलवर मिनी सचिवालय स्थित कलेक्ट्रेट सभागार में राज्य बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन व विकास कार्यों के संबंध में जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संजय शर्मा भी मौजूद रहे।
केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पेश किए गए बजट में अलवर जिले को अनेक सौगातें दी गई है अतः बजट घोषणाओं को अमलीजामा पहनाने हेतु अधिकारी कार्य योजना बनाकर पूर्ण मनोयोग से कार्य करें। यह बजट राज्य सरकार का जनकल्याणकारी बजट है, इसे सरकार की मंशा के अनुरूप अविलम्ब धरातल पर उतारने हेतु कार्य करें ताकि आमजन को समय पर लाभ मिल सके। उन्होंने निर्देश दिये कि प्रत्येक विभाग बजट घोषणाओं को लागू करने हेतु कार्य के प्रत्येक चरण की समय सीमा तय कर कार्य को पूर्ण करें। साथ ही सुनिश्चित करें कि निर्धारित समय से पूर्व में ही आमजन को बजट घोषणा का लाभ मिलना प्रारम्भ हो जाये। उन्होंने जिला कलक्टर को निर्देश दिये कि बजट घोषणा के प्रत्येक बिन्दु की प्रगति की समीक्षा साप्ताहिक करें।
उन्होंने निर्देश दिये कि केंद्र व राज्य सरकार स्तर के बिंदुओं को अविलम्ब अवगत करायें ताकि उनका निराकरण कराकर कार्य को त्वरित रूप से पूर्ण कराया जा सके। उन्होंने निर्देश दिये कि प्रत्येक विभागीय अधिकारी अपनी बजट घोषणा के प्रत्येक पहलू का दो सप्ताह में परीक्षण कर बजट घोषणा को लागू किये जाने का रोडमैप तैयार करें। उन्होंने पीएचईडी के अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता को निर्देश दिये कि बजट घोषणा में शामिल वृहत चम्बल परियोजना की स्थानीय स्तर पर इस प्रकार कार्य योजना बनाए कि जिले व लोकसभा क्षेत्र अलवर का कोई भी क्षेत्र इससे वंचित नहीं रहे। इसका गंभीरता से परीक्षण करें तथा प्रत्येक स्थानीय बिंदुओं का विश्लेषण कर लें। उन्होंने सिलीसेढ झील से अलवर शहर को पेयजल आपूर्ति कराए जाने की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि अलवर शहरवासियों को आगामी ग्रीष्म ऋतु से पूर्व इस योजना के पेयजल से लाभान्वित करें। इसके लिए सभी आवश्यक अनुमतियां समयबद्ध रूप से प्राप्त करें।
उन्होंने निर्देश दिये कि जिन बजट घोषणाओं में भूमि आवंटन प्राथमिकता से किया जाए। उन्होंने निर्देश दिये कि बजट घोषणा के तहत आदर्श सोलर गांव चिन्हित करें। उन्होंने जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियन्ता को निर्देश दिए कि रूपारेल नदी पुनरोद्धार कार्य, नटनी का बारा से जयसमंद बाध तक नहर का उन्नयन कार्य हेतु विभाग के विशेषज्ञों से समन्वय कर डीपीआर तैयार करावे।
उन्होंने निर्देश दिये कि शहर में गैस पाइपलाइन व विद्युत तारों को अण्डर ग्राउण्ड करने के कार्य को गाइडलाइन के अनुरूप पूर्ण कराने से पूर्व जिला कलक्टर नगर निगम, यूआईटी व संबंधित विभागों की पृथक बैठक लेकर कार्य योजना बनाए। उन्होंने उप वन संरक्षक को निर्देश दिये कि बायोलॉजिकल पार्क व मातृ वन कार्य हेतु चिन्हित वन क्षेत्र को पर्यावरण अनुकूल विकसित किया जावे। उन्होंने नगर निगम आयुक्त को सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट का कार्य ओखला की तर्ज पर करने तथा पीएमओ को शिशु वार्ड में अपग्रेडेशन की कार्य योजना तैयार करवाने के निर्देश दिए।
वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संजय शर्मा ने कहा कि शहर के चहुमंखी विकास एवं स्वच्छता हेतु समन्वित प्रयास जरूरी है। उन्होंने पीएचईडी के अधीक्षण अभियन्ता को निर्देश दिये कि बजट घोषणा के तहत प्रताप बंध से बाला किला सडक बनाए जाने हेतु वन विभाग से आवश्यक अनुमति लेने हेतु समयबद्ध रूप से आवेदन प्रक्रिया पूरी करें। उन्होंने शहर के पेयजल हेतु स्वीकृत योजना, बायोलॉजिकल पार्क, मातृ वन, गैस पाइप लाइन, विद्युत तारों को अंडर ग्राउंड कराने आदि के संबंध में संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
जिले के प्रभारी सचिव एवं उद्योग विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री अजिताभ शर्मा एवं जिला कलक्टर श्री आशीष गुप्ता ने केंद्रीय वन मंत्री को विश्वास दिलाया कि बैठक में दिए गए दिशा-निर्देशों एवं उनके मार्ग दर्शन के अनुरूप बजट घोषणाओं का क्रियान्वयन समयबद्ध रूप से करवाया जाएगा।
इस दौरान जिला प्रमुख श्री बलबीर सिंह छिल्लर, नगर निगम के महापौर श्री घनश्याम गुर्जर, जिला कलक्टर खैरथल-तिजारा डॉ. अर्तिका शुक्ला, एडीएम प्रथम श्री वीरेन्द्र वर्मा, एडीएम शहर श्रीमती बीना महावर, उपखण्ड अधिकारी अलवर श्री जुईकर प्रतीक चन्द्रशेखर सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।