Jaipur : गौरीशंकर बिहानी राजकीय कन्या महाविद्यालय के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन समारोह
Jaipur जयपुर । राज्यपाल श्री कलराज मिश्र ने कहा है कि महिला सशक्तिकरण का बड़ा आधार बालिका शिक्षा है। वही समाज तेजी से आगे बढ़ता है, जहां महिला शिक्षा को प्राथमिकता देते हुए कार्य किया जाए। उन्होंने उच्च शिक्षा में बालिकाओं के लिए अधिकाधिक अवसर सृजित किए जाने पर भी जोर दिया। उन्होंने लैंगिक विषमताओं को दूर करते शिक्षा क्षेत्र में कार्य करने का आह्वान किया।
राज्यपाल श्री मिश्र ने शुक्रवार को हनुमानगढ़ जिले की तहसील नोहर में श्री गौरीशंकर बिहानी राजकीय कन्या महाविद्यालय के नवनिर्मित भवन के उद्घाटन समारोह में कहा कि स्वयं हित में कार्य तो सभी करते है, लेकिन दूसरों की सेवा करना ही सर्वश्रेष्ठ कर्म होता है। नर सेवा ही नारायण सेवा है। जिनका ह्दय संवेदनशील हो, वे ही ऐसे कार्य कर सकते है, । बिहानी परिवार ने अपनी जन्मभूमि को स्वर्ग से भी श्रेष्ठ मानकर सेवा कार्यों में कमी नहीं रखी है। शिक्षा में कन्या महाविद्यालय खोलना सबसे बड़ा कार्य है।
श्री मिश्र ने स्व. श्री गौरीशंकर बिहानी और स्व. श्रीमती नर्बदा देवी बिहानी की प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित किए और पट्टिका का अनावरण किया। उन्होंने कहा कि श्री गौरीशंकर चैरिटेबल ट्रस्ट का महिला शिक्षा में यह कदम सर्वश्रेष्ठ साबित होगा।
श्री मिश्र ने कहा कि महिला शिक्षा ही हमारे राष्ट्र और समाज का आधार है। नारी शाक्ति से ही पृथ्वी गतिमान है। आधुनिक समय में भी महिलाएं संवेदनशीलता से सामूहिक हितार्थ निर्णय लेने में पुरूषों से आगे बढ़कर समाज का मार्ग प्रशस्त कर रही हैं। उन्होंने कहा कि वह स्वयं इस वर्ष 16 विश्वविद्यालयों के विभिन्न कार्यक्रमों में पहुंचे। वहां दीक्षांत समारोह में देखा कि स्वर्ण पदक हासिल करने में बेटियां आगे हैं। कृषि विश्वविद्यालय में तो 85 फीसदी बालिकाएं रही। हमारी बहनें अंतरिक्ष, सैन्य, खेल और शिक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में ऊंचाईयों तक पहुंची है, यह भारत के भविष्य के लिए शुभ संकेत है।
श्री मिश्र ने कहा कि हमें मिलकर बेटियों को अवसर प्रदान करने चाहिए। हमारी शिक्षा ऐसी हो, जिससे उनके जीवन को उत्तम दिशा मिले। शिक्षा नीति में भी कक्षा 6 से ही कौशल शिक्षा मिलेगी। इससे विद्यार्थियों में आत्मविश्वास जागृत होगा, जिससे स्टार्टअप्स और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। श्री मिश्र ने कहा कि लैंगिक विषमताओं को दूर करने वाली शिक्षा ही सार्थक शिक्षा है। यह कन्या महाविद्यालय भी इसी दिशा आगे बढ़ेगा। आधुनिक सुविधायुक्त यह महाविद्यालय स्व. श्री गौरीशंकर बिहानी की स्मृति को हमेशा अक्षुण बनाएगा।
राज्यपाल श्री मिश्र ने कहा कि सामूहिक चिंतन के आधार से ही हम देश को आगे बढ़ाएगें। यही हमारे संविधान की प्रस्तावना में लिखा है। इसलिए कार्यक्रम की शुरूआत में प्रस्तावना का वाचन किया गया, जिसे आपने दोहराया। उन्होंने कहा कि हमें मूल कर्तव्यों को भी जानना और आत्मसात करना चाहिए। श्री मिश्र ने कहा कि संविधान भारतीय संस्कृति का प्रतीक है। संविधान में जनकल्याण के लिए समयानुकूल संशोधन किए जा सकते हैं, लेकिन संविधान को बदला नहीं जा सकता। संविधान के प्रति किसी भी तरह का भ्रम नहीं होना चाहिए।
समारोह में ट्रस्टी श्री ओम नारायण बिहानी ने कहा कि हमारे लिए जननी और जन्मभूमि का स्थान स्वर्ग से भी ऊंचा है। इसलिए नोहर का विकास हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। बेटियों को उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए महाविद्यालय का निर्माण कराया है। ट्रस्टी श्री लक्ष्मी नारायण बिहानी ने कहा कि उनका परिवार जनहित में समर्पित है और आगे भी रहेगा। यहां पढ़कर हमारी बेटियां नोहर का नाम रोशन करेगी।
समारोह में पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री बी.डी. कल्ला ने कहा कि बिहानी परिवार ने क्षेत्र के उत्थान में कमी नहीं रखी है। शैक्षणिक दृष्टि से यह बड़ा कदम साबित होगा। समारोह में विधायक श्री अमित चाचाण ने भी संबोधित किया।
भारत माता आश्रम पहुंचे
राज्यपाल श्री मिश्र भारत माता आश्रम भी गए। उन्होंने वहां भारत माता की प्रतिमा को नमन किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए सभी मिलकर कार्य करे।
राज्यपाल ने आश्रम के योगी श्री रामनाथ अवधूत से भी राष्ट विकास के मुद्दों पर चर्चा की।
राज्यपाल श्री मिश्र की ओडिसा के पूर्व राज्यपाल से मुलाक़ात
राज्यपाल श्री कलराज मिश्र से सिरसा में ओडिसा के पूर्व राज्यपाल श्री गणेशीलाल ने मुलाकात की। राज्यपाल श्री मिश्र से उनकी यह शिष्टाचार भेंट थी।