जयपुर: कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश की जनता के साथ धोखा हुआ है। लोगों के बीच झूठ फैलाया और बीजेपी सरकार में आ गई, लेकिन मुख्यमंत्री दिल्ली से आई पर्ची से बना इसलिए हम कहते हैं कि था पर्ची की सरकार है । लेकिन पर्ची की ये सरकार भी अब सर्कस बन गई है, जहां कोई किसी की नहीं सुनता है।
डोटासरा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के बाद देश की सभी पार्टियां एकजुट हो गई हैं. उस समय पहली प्राथमिकता अधिक से अधिक कांग्रेसी उम्मीदवारों को जिताना था। इसके बाद कांग्रेस के नहीं तो एनडीए के उम्मीदवार की जीत हुई, लेकिन बीजेपी के उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा. बांसवाड़ा सीट पर सभी कांग्रेस नेताओं से बात की, लेकिन कोई भी मालवीया के खिलाफ लड़ने को तैयार नहीं हुआ. मजबूरी में कांग्रेस को धोखा देकर भाजपा को हराने वाले को बीएपी से समझौता करना पड़ा, जिसमें हम सफल हुए और भाजपा हार गयी.
डोटासरा ने कहा कि भले ही हर कोई गठबंधन के खिलाफ था, लेकिन मैं कहता हूं कि उस वक्त गठबंधन सही फैसला था. डोटासरा ने कहा कि चौरासी में एक मजबूत कार्यकर्ता को खड़ा होकर चुनाव लड़ना चाहिए और इसे जिताने के लिए सभी को जुट जाना चाहिए. उस दिन उनका टिकट फाइनल हो जाएगा. सीमलवाड़ा में एक होटल के सामने पंडाल में हुई बैठक में कांग्रेस के पूर्व मंत्री अर्जुनलाल बामनिया, एआईसीसी सदस्य दिनेश खोडनिया, डूंगरपुर विधायक गणेश घोघरा समेत कई कांग्रेस नेता मौजूद रहे.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश की जनता को धोखा दिया गया है. लोगों के बीच झूठ फैलाया गया और बीजेपी सरकार में आ गयी, लेकिन मुख्यमंत्री दिल्ली से आये. इसीलिए हम कहते हैं पर्ची की सरकार. यह पर्ची की सरकार भी अब सर्कस बन गयी है। जहां कोई किसी की नहीं सुनता. राज्य में नौकरशाही हावी है. अधिकारी सरकार के मंत्रियों, विधायकों की बात नहीं सुनते. सरकार बनने के बाद से कांग्रेस एक भी अधिकारी का तबादला नहीं कर पाई है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने सीएमओ का दौरा किया, प्रत्येक आईएएस के कक्षों का दौरा किया, लेकिन जो आईएएस नहीं मिले, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई तक नहीं कर सके।