Jaipurजयपुर । महान सांख्यिकीविद् प्रो. प्रशांत चंद्र महालनोबिस की 131वीं जयंती के मौके पर आयोजित 18वें सांख्यिकी दिवस के मौके पर जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के संयुक्त निदेशक श्री हीरा लाल जाटव एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के एसीपी श्री ऋतेश कुमार शर्मा ने किया। इस मौके पर यूज ऑफ डाटा फॉर डिसीजन मेकिंग विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ।
सांख्यिकी अधिकारियों को संबोधित करते हुए एसीपी श्री ऋतेश कुमार शर्मा ने कहा कि सांख्यिकी का नीति निर्धारण में अहम स्थान है यही कारण है कि सही एवं सटीक आंकडे ही देश-प्रदेश के सतत विकास का आधार है। राजस्थान सरकार का आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग इस दिशा में बेहतरीन काम कर रहा है यही कारण है कि विभाग द्वारा तैयार किये गए आंकड़ो की बुनियाद पर ही मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश की जनता एवं उद्योगपतियों के लिए एक से बढ़कर एक योजनाएं लागू की हैं। वर्तमान में सांख्यिकी का उपयोग केवल समंकों के संकलन तक ही सीमित न हो कर, सांख्यिकीय तकनीकों के माध्यम से विश्लेषण एवं प्रमाणिक निष्कर्ष एवं समस्याओं के निवारण के लिए भी किया जा रहा है।
समारोह में उपनिदेशक, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग श्री हीरा लाल जाटव ने बताया कि राज्य में सांख्यिकीय गतिविधियों एवं सेवाओं के निष्पादन हेतु वर्ष 1956 में आर्थिक एवं सांख्यिकी निदेशालय की स्थापना की गई। राज्य, जिला एवं ब्लॉक स्तर पर आर्थिक एवं सांख्यिकी सेवा एवं अधीनस्थ सेवा के कार्मिकों द्वारा राज्य के बजट का निर्माण करने, राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न महत्वपूर्ण योजनाओं के निर्माण एवं क्रियान्वयन के साथ-साथ सामाजिक-आर्थिक विकास परिदृश्य के आकलन हेतु आवश्यक समंकों के संकलन एवं विश्लेषण करने में अहम भूमिकाओं का निर्वहन किया जा रहा है।
इस अवसर पर राज्य एवं लोक कल्याण हित के कार्यों में सांख्यिकीय तकनीकों का उल्लेखनीय उपयोग एवं सांख्यिकी क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कार्मिकों के उत्साहवर्धन हेतु जिला स्तरीय प्रो. पी.सी. महालनोबिस सांख्यिकी अवार्ड से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सहायक निदेशक डॉ. सुदीप कुमावत सहित जिला एवं ब्लॉक स्तर के आर्थिक एवं सांख्यिकी सेवा एवं अधीनस्थ सेवा के अधिकारियों एवं कार्मिकों ने भाग लिया।