Jaipur: देवनानी विधानसभा अध्यक्ष ने किया बोराज में एक करोड़ की सड़कों का शिलान्यास
Jaipur जयपुर । विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि सरकारी निर्माण कार्यों में गुणवत्ता से समझौता नहीं किया जाएगा। सड़क, नाला एवं भवनों के निर्माण कार्यों के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए है कि गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। अगर निर्माण में गुणवत्ता स्तर के अनुकूल नहीं पाई जाती है तो अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने शनिवार को बोराज गांव में एक करोड़ रूपए लागत की दो सीसी सड़कों का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र में करोड़ों रूपए की लागत से सड़क एवं नाला निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं। करीब 56 करोड़ रूपए की लागत से सड़कों एवं नालों का निर्माण कार्य कराया जाएगा। अजमेर विकास प्राधिकरण, नगर निगम, सार्वजनिक निर्माण विभाग के माध्यम से यह कार्य करवाएं जाएंगे। उन्होंने कहा कि इन कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाएगा। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि गुणवत्ता में किसी तरह की कमी नहीं होनी चाहिए। कमी पाई जाती है तो अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
उन्होंने कहा कि इस बजट में अजमेर जिले को 1500 करोड़ रूपए से ज्यादा की सौगातें मिली हैं। इनमें ज्यादातार काम अजमेर उत्तर क्षेत्र में होगा। उन्होंने कहा कि अजमेर के स्मारक और विरासतों का नामकरण हमारी अपनी संस्कृति और पहचान के साथ जुड़ा होगा। इसी सोच के साथ होटल खादिम का नाम परिवर्तित कर होटल अजयमेरू किया गया है। तेलंगाना हाउस का आवंटन निरस्त किया गया है। आगामी दिनों में फॉयसागर का नाम भी बदल कर वरूण सागर और किंग एडवर्ड मेमोरियल का नाम बदल कर महर्षि दयानन्द मेमोरियल किया जाएगा। हमने चुनाव में वादा किया था कि लोगों की भावनाओं के विपरीत बनाए जा रहे तेलंगाना हाउस का आवंटन निरस्त होगा। यह आवंटन निरस्त कराया जा चुका है। इसी तरह अजमेर के लोगों और अजमेर आने वाले सैलानियों, श्रद्धालुओं को प्राचीन इतिहास से रूबरू कराने के लिए होटल खादिम का नाम बदल कर होटल अजयमेरू किया गया है। अजयमेरू अजमेर का प्राचीन नाम है और अजमेर के संस्थापक राजा अजयराज चौहान से जुड़ा हुआ है। अब अजमेर आने वाले व्यक्ति जब भी होटल अजयमेरू जाएंगे, उन्हें अजमेर के गौरव की अनुभूति होगी। इसी कड़ी में आने वाले दिनों में फॉयसागर का नाम बदल कर वरूण सागर किया जाएगा। फॉयसागर नाम अंग्रेजी मानसिकता और उनके कुराज का परिचायक है। इसे बदल कर भारतीय शास्त्रों में वर्णित वरूण देवता के नाम पर किया जाएगा। इसी तरह अंग्रेजों के कुराज के ही प्रतीक नाम किंग एडवर्ड मेमोरियल (केईएम) का नाम भी बदला जाएगा। इसका नाम महान भारतीय संत महर्षि दयानन्द सरस्वती के नाम पर महर्षि दयानन्द मेमोरियल किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में अजमेर के विकास के लिए अथक प्रयास किए गए हैं। आजादी के बाद पहली बार किसी बजट में अजमेर को इतनी बड़ी राशि मिली है। कोटड़ा क्षेत्र में सैटेलाइट अस्पताल की शुरूआत हो चुकी है। अजमेर में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, आईटी पार्क, आयुर्वेद यूनिवर्सिटी, स्पोर्ट्स कॉलेज, स्पोर्ट्स अकादमी सहित विभिन्न कार्य होंगे। इन बजट घोषणाओं की क्रियान्विति की शुरूआत हो चुकी है। शीघ्र ही यह सभी कार्य धरातल पर दिखाई देंगे।