Jaipur: संरक्षण क्षमता महोत्सव "सक्षम" 2025 आयोजित

Update: 2025-02-14 09:23 GMT
Jaipur जयपुर । राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागडे ने कहा है कि जलवायु संकट के इस दौर में अधिकाधिक पेड़ लगाना हमारी प्राथमिकता बने। उन्होंने कहा कि ऊर्जा संरक्षण का मूल मंत्र यही है कि हम आने वाली पीढ़ी के लिए सोचें। उतनी ही ऊर्जा का उपयोग करें जिससे काम चल सकें। उन्होंने पेट्रोल और डीजल में इथेनॉल ऑयल का उपयोग कर उत्सर्जन और तेल आयात कम किए जाने के प्रयासों की भी आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में राज्य और केंद्र सरकारों की अनुदान योजनाओं का अधिकाधिक प्रयास किया जाए।
श्री बागडे शुक्रवार को पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय और तेल एवं गैस कंपनियों द्वारा आयोजित संरक्षण क्षमता "सक्षम" 2025 के उद्घाटन समारोह में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने राजस्थान में कुएं, बावड़ियों और पेड़ लगाने की रही परंपरा की चर्चा करते हुए कहा कि धनी वही है जो अधिक से अधिक पेड़ लगाकर आने वाली पीढ़ी के भविष्य को सौगात दे। उन्होंने कहा कि भारत संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के बाद पेट्रोलियम उत्पादों का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस का घरेलू उत्पादन देश की बढ़ती हुई माँग को पूरा करने में असक्षम है। हम वर्तमान में कच्चे तेल की जरूरतों का लगभग 80 प्रतिशत से भी ज्यादा आयात करते हैं। इससे बड़ी मात्रा मे विदेशी मुद्रा का व्यय होता है। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में ऊर्जा संरक्षण के साथ वैकल्पिक स्वच्छ ऊर्जा का उपयोग हमारी प्राथमिकता बने।
राज्यपाल ने कहा कि सौर ऊर्जा मे राजस्थान प्रथम स्थान पर है और पवन ऊर्जा में तीसरे स्थान पर होने को महत्वपूर्ण बताते हुए सभी को मिलकर ऊर्जा के निर्माण और कम से कम उपयोग कर राष्ट्र को तेल, गैस में आत्मनिर्भर किए जाने पर जोर दिया।
राज्यपाल ने आरंभ में हरित और स्वच्छ ऊर्जा अपनाने और पर्यावरण को स्वच्छ बनाने की शपथ भी दिलाई। इस अवसर पर श्री आलोक कुमार पंडा, श्री संजय चौहान, श्री के.पी. सतीश कुमार और श्री नवीन गुप्ता ने "सक्षम" अभियान और देश में ऊर्जा संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयासों से अवगत कराया।
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