बैठक में आए प्रत्येक व्यक्ति को पौधा वितरित कर मृत्युभोज नहीं करने का निर्णय लिया गया
जोधपुर न्यूज: जोधपुर के अगोलाई क्षेत्र के गांव देवगढ़ निवासी एनसीसी के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल व उनके व्यवसायी भाई ने पिता की याद में मृत्युभोज नहीं मनाने का निर्णय लिया है. उनकी स्मृति में 12वें दिन मृत्युभोज के स्थान पर सिरोही जिलाधिकारी सहित समाज के पदाधिकारियों व लोगों द्वारा लगभग 20.77 रुपये विभिन्न सोसायटियों व संस्थाओं को वितरित किए गए. 12वें दिन कार्यक्रम में आए प्रत्येक व्यक्ति को एक-एक पौधा वितरित किया गया।
उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत देवगढ़ निवासी कर्नल बलदेव सिंह चौधरी के पिता नेनाराम सरन का 26 जनवरी को 83 वर्ष की आयु में बीमारी के चलते निधन हो गया था. उन्होंने समाज में मृत्युभोज की प्रथा को तोड़ने के लिए नवाचार करते हुए अपने ही भाई युवा व्यवसायी धर्मराम चौधरी से कहा कि वह पैसा ग्रामीण क्षेत्रों में सभी समाजों के विकास में खर्च करें। दोनों भाइयों ने तय किया कि मृत्युभोज करने के लिए समाज और परिवार की ओर से जो भी दबाव आएगा, उसे वे झेल लेंगे, लेकिन इस फैसले पर अड़े रहेंगे। जब यह बात आसपास के लोगों को बताई गई तो लोगों ने ऐसा न करने का काफी दबाव बनाया, लेकिन दोनों भाई अपने फैसले पर अडिग रहे।
20.77 लाख रुपये के चेक बांटे
कर्नल बलदेव सिंह चौधरी व उनके भाई धर्मराम चौधरी ने रविवार को अपने पिता का 12वीं का संस्कार उनके गांव देवगढ़ में कराने के बाद सिरोही के जिलाधिकारी भंवरलाल डेलू, पूर्व जिला प्रधान मदन कौर, एनआरआई टीकूसिंह गोदारा को 20.77 लाख रुपये की राशि का चेक दिया. बाड़मेर, डॉ. सीआर चौधरी, पतंजलि योगपीठ के भंवरलाल आर्य, कर्नल केसाराम सरन सलोदी, प्रोफेसर अयूब खान सूरसागर, भामाशाह शेराराम सरन, उम्मेदारम टांडी सहित भामाशाहों द्वारा 20.77 लाख रुपये का वितरण किया गया।