राजस्थान कांग्रेस में सियासी घमासान अपने चरम पर है। लेकिन अब ये आंतरिक घमासान दूसरे राजनैतिक दलों के लिए सुनहरे अवसर का सबब बन रहा है। अन्य राजनीतिक दलों को इंतज़ार सिर्फ कांग्रेस के बिखराव का है। पार्टी के बिखराव की बाट जोहती सिर्फ बीजेपी ही नहीं बल्कि कई और भी पार्टियां इसी ताक में हैं। खासकर वो पार्टियां जो प्रदेश में तीसरे विकल्प के रूप में हुकांर भर रही हैं।
अपनी पैंठ ज़माने की कवायद में ये दल
राजस्थान के लिहाज से देखा जाए तो बीजेपी मुख्य विपक्षी दल माना जाता है। लेकिन कुछ ऐसे दल भी हैं, जिन्होंने विधानसभा चुनाव 2018 में पहली बार अपनी किस्मत आजमाई थी। भले ही इन दलों को उन चुनावों में सफलता नहीं मिली, लेकिन कहीं ना कहीं ये दल अपनी मौजूदगी दर्ज करवा चुके हैं। इनमें राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी, भारतीय ट्राइबल पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने तो प्रदेश में दस्तक दे ही दी हैं। उधर, दिल्ली के बाद पंजाब में अपना परचम लहराने वाली आम आदमी पार्टी भी मुख्य भूमिका में बनी हुई हैं।
हालांकि, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी की कुछ इलाकों तक ही पहुंच है। लेकिन फिर भी इसी उम्मीद में है कि कांग्रेस जैसे बड़े राजनीतिक दल में बिखराव होगा तो जनाधार वाले कुछ चेहरे उसके पाले में आएं तो उसका उसका रसूख और बढ़ सकता है। RLP के अलावा बहुजन समाज पार्टी, भारतीय ट्राइबल पार्टी और आम आदमी पार्टी भी इसी फेहरिस्त में हैं।
न्यूज़ क्रेडिट: sachbedhadak