बकरीद की कुर्बानी पर भड़की महंगाई, राजस्थान में मिल रही दो बाइक की कीमत

दो बाइक की कीमत

Update: 2022-07-08 10:59 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जयपुर. 10 जुलाई को पूरे भारत में ईद उल अजहा का पर्व यानि बकरा ईद... है। तो इससे राजस्थान में कुर्बानी के लिए बकरों की डिमांड पिछले साल की तुलना में ज्यादा हो गई, और डिमांड के अनुसार मांग पूरी नहीं होने से माल महंगा हो गया हैं। महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है। इसका असर बकरीद पर भी देखने को मिल रहा है। एक तो मंहगाई और उपर से बाहरी राज्यों से आने वाले बकरों के नहीं आने के कारण कुर्बानी के जानवर की मुंहमांगी कीमत ली जा रही है। इस बार पिछले सालों की तुलना में त्यौहार बड़ा भी होने जा रहा है।

दो साल कोरोना की बंदिशें रही, इस बार हजारों बकरों की बिक्री संभव
जयपुर के नजदीक रामगढ़ गांव में रहने वाले सलीम का कहना है कि पिछले पंद्रह साल से बकरे पाल रहे हैं, और हर साल बकरीद पर ईदगाह पर लगने वाले बाजार में माल बेचने आते हैं। दो साल कोरोना की बंदिशें रही माल नहीं बिक सका। इस बार उम्मीद है। बाजर खुल गए हैं। टोंक से आने वाले उमरदीन का कहना है कि दस साल से जयपुर माल बेचने आते हैं। दो साल सही बिक्री नहीं हो सकी। इस बार माल ज्यादा लेकर आए हैं। उमरदीन का कहना है कि वे चालीस बकरे बेचने लाए हैं। तीन दिन जयपुर आए हो गए, अभी तक पंद्रह जानवर बिक गए हैं। उम्मीद है दो दिन में बाकि माल भी बिक जाएगा। जयपुर के रामगंज निवासी इस्माइल का कहना है कि कुर्बानी का जानवर इस बार बहुत महंगा है। करीब बारह सौ रुपए से पंद्रह सौ रुपए किलो तक गोश्त बैठ रहा है। तीन साल पहले जो माल दस हजार में लिया था, इस बार उसके 18 हजार दिए हैं।
यूपी से माल नहीं आने के कारण ज्यादा बढ़ गई है डिमांड
जयपुर के दिल्ली रोड पर स्थित ईदगाह पर मीट की स्थायी दुकान रखने वाले दुकानदारों का कहना है कि इस बार यूपी से माल नहीं आ पाया है। वहां पर बहुत पाबंदिया हैं। राजस्थान में भी माहौल देखते हुए पाबंदिया और जांच पडताल ज्यादा है। शहर के आसपास गावों का माल ही बिकने आ रहा है। डिमांड ज्यादा है। सप्लाई कम हो रही है। इस बार करीब दस हजार से भी ज्यादा जानवर बिकने की उम्मीद है।
राजस्थान का सबसे बड़ा बाजार है ईदगाह की बकरामंडी, डेढ़ लाख तक का जानवर
गौरतलब है कि राजस्थान के सभी शहरों की तुलना में जयपुर की ईदगाह स्थित बकरा मंडी सबसे बड़ा बाजार है। पिकअप और अन्य साधनों में भरकर कुर्बानी के जानवर लाए जाते हैं। बकरीद से करीब सात दिन पहले बाजार लगना शुरु हो जाता है और बकरीद तक माल बिकता है। यहां पर एक- एक लाख रुपए की कीमत के तीन जानवर और डेढ़- डेढ़ लाख के दाम के तीन सफेद जानवर आर्कषण बने हुए हैं। डेढ़ लाख वाले बकरे की कीमत एक खरीददार ने 1 लाख 10 हजार रुपए तक अभी तक लगा दी है।


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