राजस्थान में गहलोत सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक ने किया विरोध प्रदर्शन

राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक बलजीत यादव ने शुक्रवार को सरकार के खिलाफ अनोखा प्रदर्शन किया।

Update: 2022-03-25 18:43 GMT

जयपुर। राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक बलजीत यादव ने शुक्रवार को सरकार के खिलाफ अनोखा प्रदर्शन किया। शिक्षक भर्ती परीक्षा (रीट) का पेपर लीक होने, नकल माफिया पनपने और निजी गुरुकुल यूनिवर्सिटी फर्जीवाड़े के मुद्दों को लेकर यादव ने जयपुर के सेंट्रल पार्क में सुबह छह बजे लगातार 12 घंटे तक दौड़ना शुरू किया। उन्होंने बृहस्पतिवार को विधानसभा में सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक दौड़ने का संकल्प लिया था। इसी संकल्प के तहत शुक्रवार को अपने समर्थकों के साथ दौड़े।काले कपड़े पहनकर दौड़ शुरू करने से पहले यादव ने विभिन्न मुद्दों को लेकर सरकार को घेरा और फिर रोने लगे। विरोध के इस अनोखे तरीके को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग सेंट्रल पार्क पहुंचे। सरकार को जब इस बारे में जानकारी मिली तो जलदाय मंत्री महेश जोशी और सरकारी उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी उन्हें मनाने पहुंचे। पहले दोनों ने उनसे बात कर मनाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने तो जोशी उस ट्रैक पर बैठ गए, जहां यादव दौड़ लगा रहे थे। हालांकि कछ देर बाद जोशी वापस विधानसभा लौट गए। यादव को समर्थन देने के लिए भाजपा विधायक दल के उप नेता राजेंद्र राठौड़ सहित आधा दर्जन विधायक भी पहुंचे। वह कुछ देर यादव के साथ दौड़े भी।


फेसबुक लाइव में सरकार पर लगाया आरोप


दौड़ शुरू करने से पहले यादव ने फेसबुक लाइव करते हुए कहा कि मैं सरकार के खिलाफ रोष प्रकट कर रहा हूं। दम घुटता है, जब लोग इस तरह से निर्लज्जता दिखा रहे हैं। इसके प्रति रोष तो प्रकट कर ही सकता हूं, स्वयं को कष्ट देकर सरकार को बताना चाहता हूं कि राज्य का युवा कितना पीड़ित है। रोते हुए उन्होंने कहा कि देश के 23 प्रदेश ऐसे हैं, जहां अन्य राज्यों के युवाओं को नौकरी नहीं दी जाती है। लेकिन राजस्थान सरकार स्थानीय युवाओं को नौकरी देने में नाकाम साबित हो रही है। दो दिन पहले सीकर के एक निजी विवि गुरुकुल यूनिवर्सिटी की स्थापना से जुड़ा विधेयक विधानसभा में पेश किया गया तो सामने आया था कि मौके पर भवन का निर्माण नहीं किया गया है और न ही शिक्षा से जुड़ा स्टाफ रखा गया है, जबकि सरकार की तरफ से गठित कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में तीन मंजिला भवन, लैब सहित सभी आवश्यक संसाधन होने की बात कही थी। इस मामले को लेकर विपक्ष के विधायकों ने सरकार पर फर्जीवाड़े को प्रोत्साहन देने के आरोप लगाए थे। यादव ने कहा कि कुलपति बिना भवन के बने रिपोर्ट बनाकर सरकार को बता रहे हैं कि बिल्डिंग बन चुकी है, जबकि धरातल पर खाली जमीन है। सरकार आंखों देखी मक्खी कैसे निगल रही है। सरकार उस यूनिवर्सिटी को मान्यता भी दे रही है।


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