राजस्थान के बड़े कारोबारी समूह पर आयकर छापा, 36 ठिकानों पर चल रही कार्रवाई
राजस्थान के बड़े कारोबारी समूह पर आयकर छापा
जयपुर/कोटा. राजधानी जयपुर समेत अन्य जगहों पर आयकर विभाग की टीम ने एक बड़े कारोबारी समूह पर छापामार कार्रवाई को अंजाम दिया है. होटल और ज्वेलरी समूह से जुड़े कारोबारी के करीब 36 ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमार कार्रवाई जारी है. बुधवार सुबह से ही आयकर विभाग की टीम कारोबारी के ठिकानों पर सर्च कर रही है. छापेमार कार्रवाई के दौरान बड़ी मात्रा में काली कमाई उजागर होने की संभावना जताई जा रही है.
जयपुर/कोटा. राजधानी जयपुर समेत अन्य जगहों पर आयकर विभाग की टीम ने एक बड़े कारोबारी समूह पर छापामार कार्रवाई को अंजाम दिया है. होटल और ज्वेलरी समूह से जुड़े कारोबारी के करीब 36 ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमार कार्रवाई जारी है. बुधवार सुबह से ही आयकर विभाग की टीम कारोबारी के ठिकानों पर सर्च कर रही है. छापेमार कार्रवाई के दौरान बड़ी मात्रा में काली कमाई उजागर होने की संभावना जताई जा रही है.
आयकर विभाग की टीमें कारोबारी के घर, दफ्तर और प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई कर रही है. कारोबारी के ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई से अन्य सहयोगियों में भी हड़कंप मच गया है. जानकारी के अनुसार राजधानी जयपुर में रामनिवास बाग समेत अन्य इलाकों में कारोबारी के ठिकानों पर कार्रवाई जारी है. जयपुर, कोटा समेत प्रदेश में अन्य जगहों पर कार्रवाई चल रही है. कोटा में दो जगहों पर छापेमार कार्रवाई (Action of Income Tax Department in Kota) चल रही है.
जानकार सूत्रों की मानें तो बड़े कारोबारी, बिल्डर और शिक्षण सेवाओं से जुड़े लोग भी आयकर विभाग की रडार पर हैं. 200 से अधिक आयकर कर्मी और पुलिसकर्मियों की टीम छापेमारी कार्रवाई में शामिल है. कारोबारी के आवास, दफ्तर, शोरूम और निर्माण इकाइयों पर आयकर विभाग की टीमें छापेमारी कार्रवाई कर रही है. आयकर विभाग की टीमें कारोबारी के बैंक लॉकर्स को भी खंगालने की तैयारी कर रही है. इसके साथ ही कारोबारी के ठिकानों पर दस्तावेजों की भी जांच पड़ताल की जा रही है. जांच पड़ताल में काली कमाई के साथ ही बेनामी संपत्तियों के राज खुलने की भी संभावना है.
जयपुर के ग्रुप के कोटा में भी ठिकानों पर इनकम टैक्स के अधिकारी आज सुबह पहुंचे हैं. इस ग्रुप का कोटा के एरोड्रम सर्किल पर एक मॉल स्थित है. इसके अलावा ग्रामीण पुलिस लाइन इलाके में रियल स्टेट का भी एक बड़ा काम है, जिसमें सैकड़ों की संख्या में मकान बनाकर उन्होंने लोगों को बेचे हैं. साथ ही मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में फ्लैट बेचने का काम भी कर रहे हैं. इस कार्रवाई को लेकर कोटा की स्थानीय पुलिस की मदद ली गई है. पुलिसकर्मी सुरक्षा की दृष्टि से बतौर गार्ड लगाए गए हैं.