राजस्थान के भीलवाड़ा में एक व्यक्ति को आयकर विभाग ने 66 करोड़ के बकाया का नोटिस भेजा है। उसे चेतावनी भी दी गई है कि अगर कार्यालय नहीं आए तो दस हजार रुपये का जुर्माना भी देना पड़ेगा। हैरानी की बात तो यह है कि हुरड़ा गांव में रहने वाला गोविंद भील रंगाई-पुताई का काम करता है। इससे वह महीने में 8-10 हजार रुपये की कमा पाता है। इन्हीं रुपयों से वह अपने परिवार का भरण-पोषण करता है। नोटिस मिलने के बाद से वह परेशान है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गुरुवार 14 जुलाई को गोविंद ने आयकर विभाग के अधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरान उसे पता कि उस पर 66 करोड़ का आयकर बकाया है। उसने अधिकारियों को बताया कि 2018 में वह विजयनगर में मजदूरी कर रहा था। यहां मिले गिरधर नाम के युवक ने उससे कहा कि वह उसकी हिंदुस्तान जिंक में नौकरी लगवा देगा। इसके बाद बैंक खाता खुलवाने के लिए उसने मेरा आधार और पेन कार्ड ले लिया। उसने बताया कि न तो मेरी नौकरी लगी और न ही उसने मेर दस्तावेज वापस किए।
गोविंद ने अधिकारियों को यह भी बताया कि वह पेशे से मजदूर है। रंगाई-पुताई का काम कर महीने में 8-10 हजार रुपये ही कमा पाता है। गोविंद ने बताया कि आयकर विभाग ने उसे 66 करोड़ के बकाया का नोटिस भेजा है। जिसमें चेतावनी दी गई है कि अगर वह कार्यालय नहीं आया तो दस हजार रुपये का जुर्माना भी देना पड़ेगा। अजमेर कार्यालय में उसे सभी बैंक अकाउंट के दस्तावेज के साथ सोमवार को फिर बुलाया गया है।
66 करोड़ के बकाया का नोटिस मिलने के बाद गोविंद ही नहीं उसका परिवार भी घबरा गया है। वह अपने परिवार के साथ शहर की भील बस्ती में बने एक कमरे और रसोई के मकान में रहता है। परिवार की हालत ऐसी है कि अगर कभी मजदूरी नहीं मिले तो खाने के भी लाले पड़ जाते हैं।