गांव अमरपुरा जाटान में पशुओं में टीकाकरण व कर्मी नाशक दवा का बताया महत्व
राजूवास (बीकानेर) के अंतर्गत कार्यरत पशु विज्ञान केंद्र सूरतगढ़ द्वारा मेरा गांव मेरा गौरव के तहत पशुओं में टीकाकरण व कर्मी नाशक दवा के महत्व विषय पर गांव अमरपुरा जाटान में शनिवार को प्रशिक्षण शिविर का आयोजन केंद्र के प्रभारी अधिकारी अरुण कुमार झीरवाल के निर्देशन में किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए केंद्र डॉ. मनीष कुमार सेन ने आए हुए अतिथि बी.आर. चांवरिया (आकाशवाणी) सूरतगढ़, किसान कवि रिड़माल सिंह राठौड़ व सभी पशुपालकों का स्वागत किया गया। उन्होंने बताया कि पशुपालकों के लिए आयोजित किए जाने वाले ऑनलाइन तथा ऑफलाइन कार्यक्रम बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इनसे सभी वर्ग के किसानों, महिलाओं, बच्चों तथा पशुपालकों का ज्ञान का स्तर सुधरता है और जानकारी प्राप्त करके एक लाभदायक पशुपालन व्यवसाय एवं पशुपालन में आने वाली विभिन्न प्रकार की समस्याओं का समाधान कर सकते हैं।
डॉ. मनीष ने पशुपालकों को समय-समय पर लगाए जाने वाले टीके तथा उनकी बीमारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने टीकाकरण के समय पशुपालकों को किस प्रकार से सावधानियां रखनी चाहिए और पशुपालकों को बताया कि पशुओं में कर्मी नाशक दवा बहुत ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसकी कमी से पशुओं में विभिन्न प्रकार की समस्याएं आती है, जैसे पशु का कमजोर होना, यौवन अवस्था लेट से आना, बांझपन, बाल झड़ना वजन नहीं बढ़ना, पशु के मुंह तथा गोबर में बदबू आना, पशु के खाया पिया नहीं पचना इत्यादि की जानकारी दी। पशुपालकों को पशुओं में होने वाली भयंकर बीमारियां जैसे खुरपका-मुंहपका, गलघोटू, लगड़ा बुखार इत्यादि से किस प्रकार बचाव करें।
बी.आर. चांवरिया ने पशुपालकों को रेडियो प्रसारण द्वारा दी जाने वाली विभिन्न जानकारी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। किसान कवि रिड़माल सिंह राठौड़ ने अपनी देशभक्ति कविताओं से प्रेरित किया। प्रशिक्षण के अंत में पशुपालकों द्वारा प्रश्न पूछे गए व तथा सुझाव दिये गये व सभी पशुपालकों को पशुपालन आयाम वितरित किए गए। (फोटो सहित)
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