शिकारियों ने तालाब के पास बनाई शिकारगाह, लोगों के आते ही मौके से हुए फरार
जैसलमेर। जैसलमेर के वन्य जीव बाहुल्य इलाके देगराय ओरण के छोड़िया गांव की सरहद के पास शिकारियों ने शिकारगाह बनाकर पक्षियों का शिकार करने का प्रयास किया। पेड़ों से बनाई कच्ची झोपड़ी को देखकर चरवाहों ने वन्य जीव प्रेमी सुमेर सिंह भाटी को जानकारी दी। सुमेर सिंह मौके पर पहुंचे मगर उससे पहले ही शिकारी फरार हो गए थे। चरवाहों ने बताया कि उस समय एक गाड़ी और एक बाइक थी। शिकारियों को लोगों के आने की भनक लगते ही वो वहां से फरार हो गए। सुमेर सिंह ने वन विभाग को जानकारी देकर मौके पर बुलाया। वन विभाग की टीम ने मौके पर आकर मुआयना किया और शिकार के लिए आक के पेड़ों के पत्तों आदि से बनाई शिकारगाह रूपी झोपड़ी को मौके पर ही बिखेर दिया। वन्य जीव और पर्यावरण प्रेमी सुमेर सिंह ने बताया कि छोड़िया गांव की सरहद के पास कई तालाब हैं।
जहां विदेशी पक्षी प्रवास करते हैं। उस जगह शनिवार को कुछ शिकारियों ने एक तालाब के किनारे पेड़ की डालियों और पत्तों आदि से एक झोपड़ी जैसी शिकारगाह बनाई। जिसमें बैठकर वे विदेशी पक्षियों का शिकार कर सकें। मगर मौके पर पहुंचने से पहले ही वे फरार हो गए। सुमेर सिंह ने बताया कि चरवाहों ने बताया कि कुछ युवक थे जो गाड़ी और बाइक पर आए थे और पत्तों से बनी झोपड़ी में बंदूकों से पक्षियों का शिकार करने आए थे। लेकिन सुमेर सिंह के मौके पर पहुंचने से पहले ही वे फरार हो गए। सुमेर सिंह ने बताया कि पास ही में वन विभाग का क्लोजर है जिसमें वन विभाग के कर्मचारी और रेंजर आदि रहते हैं। हमने वन विभाग की टीम को मौके पर बुलाया। वन विभाग की टीम ने मौके से पेड़-पत्तों से बनाई झोपड़ी को हटा दी और शिकारियों की तलाश शुरू कर दी है। सुमेर सिंह ने बताया कि देगराय ओरण इलाके में अब हजारों विदेशी प्रवासी पक्षी आएंगे और यहां अपना प्रवास का समय निकालेंगे। ऐसे में शिकारियों के एक्टिव होने से वन्य जीवों पर खतरा मंडराने लगा है।