कुमार विश्वास ने गहलोत-पायलट के विवाद और बीजेपी में आपसी खींचतान पर कैसा तंज
जालोर। वर्ष 2013 में शुरू हुए जालोर महोत्सव के 10वें संस्करण की बुधवार से शुरुआत हो गई। फेस्टिवल के पहले दिन डॉ. कुमार विश्वास का लाइव कॉन्सर्ट भी हुआ। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिस चिंगारी से राजस्थान अछूता था, उसे राजस्थान में लाया गया है, हम उत्तर प्रदेश के लोग हैं, हम इसके साथ बैठे हैं, मैं प्रार्थना करता हूं कि आप इस आग से सुरक्षित रहें. इसके बाद उन्होंने कहा कि मैं फर्जी नहीं, सच्चा सेक्युलर आदमी बोल रहा हूं। उन्होंने हिंदू-मुस्लिम एकता पर कविता सुनाने के साथ ही कहा, 'गोधरा ना हो...गुजरात ना हो, मन ना नंगा हो, हाथों में तिरंगा, होठों पर गंगा। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई को बांटने के लिए राजनीतिक ताकत करते हैं।' इस कविता के लिए खूब तालियां बजी और पूरा स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
कुमार विश्वास ने अपने कार्यक्रम की शुरुआत राजस्थान की राजनीति से की और समापन राजस्थान की राजनीति पर ही किया. कुमार विश्वास ने कहा कि चुनाव आ रहे हैं, बीजेपी में कौन है, कांग्रेस में कौन है, कुछ पता नहीं है. उन्होंने राजस्थान में सचिन पायलट और अशोक गहलोत पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस में भी अलग-अलग बाड़े हैं. कोई कहता है कि हम दौसा के हैं, कोई कहते हैं कि हम जोधपुर के हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री के दावे को लेकर भाजपा में चल रही अंतर्कलह पर तंज कसते हुए कहा कि राज्यपाल असम से हैं, झालावाड़ में खुशी हो रही है. इस दौरान कुमार विश्वास ने राजनीतिक व्यंग्य, देशभक्ति और कई अन्य कविताओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. कुमार विश्वास के कार्यक्रम को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग जालोर स्टेडियम पहुंचे. पूरा स्टेडियम दर्शकों से खचाखच भरा हुआ था। कई लोगों को बैठने की जगह नहीं मिली तो उन्होंने खड़े होकर कुमार विश्वास की कविताएं सुनीं।